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मरा समझ बेटी को जिंदा दफना रहे थे परिजन, ये है इस लड़की की दर्द-ए-दास्तान

धनबाद में 16 साल की एक नाबालिग लड़की को मरा हुआ समझकर परिजन दफनाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन सही समय पर पुलिस पहुंची तो देखा लड़की की सांसें चल रही हैं. जिसके बाद उसे आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.

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अस्पताल में इलाजरत पीड़ित
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Published : Jan 26, 2020, 12:16 PM IST

धनबाद: 16 साल की एक नाबालिग लड़की को मरा हुआ समझकर परिजन दफनाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन सही समय पर पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने लड़की की सांसें चलती पाई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.

देखें पूरी खबर

फोन से बढ़ी नजदीकियां
पीएमसीएच के सर्जिकल आईसीयू वार्ड में भर्ती नाबालिग लड़की पूर्वी टुंडी इलाके में अपने मामा-मामी के साथ रहती है. एक दिन वह अपनी मामी के साथ काली मेला घूमने गई थी. मामी के मोबाइल से वह किसी दूसरे लड़के से बातचीत करती थी. परिजनों की माने तो लड़का शादीशुदा है. लड़के का नाम रूपलाल टुडू है और वह निरसा थाना क्षेत्र के गुरगा का रहनेवाला है.

ये भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस 2020: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में फहराया तिरंगा

दूसरे लड़के को सौंपा
बता दें कि लड़का नाबालिग लड़की को अपने साथ ले गया, लेकिन उसने अपने एक साथी अनिल मुर्मू नाम के एक लड़के को उसे सौंप दिया. कई दिनों तक नाबालिग लड़की अनिल के साथ रही. कुछ दिन बीतने के बाद लड़की वापस लौट आई. नाबालिग लड़की के मामी का कहना है कि इतने दिनों तक अनिल के साथ रहने के बाद दोनों समुदाय के प्रधान ने यह मिलकर निर्णय लिया कि अब लड़की अनिल के साथ रहेगी. हालांकि दोनों की शादी नहीं कराई गई थी.

2 जनवरी 2020 की घटना
लड़की पूर्वी टुंडी क्षेत्र में अनिल के घर पर रह रही थी. 2 जनवरी 2020 को नाबालिग लड़की के शरीर में आग लग जाने की घटना घटी. जिसके बाद उसे पीएमसीएच ले जाया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया. वहीं, परिजन रिम्स ले जाने के बजाय अपने घर ले गए. घर पर जड़ी बूटी का इलाज कराने लगे.

ये भी पढ़ें- पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री की घोषणा, देश के 36 में से पलामू के 18 सीआरपीएफ जवान

पुलिस को दी गई सूचना
इसी दौरान शनिवार की सुबह परिजनों को लगा कि लड़की की मौत चुकी है. लड़की के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी. लड़की को दफनाने के लिए गड्ढे भी खोदे जा चुके थे. दफनाने से पहले परिजनों ने अनिल मुर्मू और रूपलाल टुडू को लड़की की मौत का जिम्मेवादार ठहराते हुए पुलिस में शिकायत की. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने मौके पर पहुंची.

पीएमसीएच में भर्ती
वहीं, जब पुलिस ने जमीन पर नाबालिग लड़की को देखा तो उनके होश उड़ गए. परिजन जिसे मृत बता रहे थे, उस नाबालिग लड़की की सांसें चल रही थी. आनन-फानन में उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है.

ये भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस: झारखंड हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश ने फहराया तिरंगा

पुलिस कर रही जांच
इधर, पूर्वी टुंडी थाना प्रभारी कमलनाथ मुंडा से इस संबंध में फोन पर हुई बातचीत में कहा कि लड़की के परिजन थाना पहुंचे थे. लड़की को जलाकर मारने का आरोप मौखिक रूप से दो लड़कों पर लगाया गया था. परिजनों ने किसी तरह की कोई लिखित शिकायत अब तक नहीं दी है. फिलहाल पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है.

धनबाद: 16 साल की एक नाबालिग लड़की को मरा हुआ समझकर परिजन दफनाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन सही समय पर पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने लड़की की सांसें चलती पाई. जिसके बाद उसे आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया.

देखें पूरी खबर

फोन से बढ़ी नजदीकियां
पीएमसीएच के सर्जिकल आईसीयू वार्ड में भर्ती नाबालिग लड़की पूर्वी टुंडी इलाके में अपने मामा-मामी के साथ रहती है. एक दिन वह अपनी मामी के साथ काली मेला घूमने गई थी. मामी के मोबाइल से वह किसी दूसरे लड़के से बातचीत करती थी. परिजनों की माने तो लड़का शादीशुदा है. लड़के का नाम रूपलाल टुडू है और वह निरसा थाना क्षेत्र के गुरगा का रहनेवाला है.

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दूसरे लड़के को सौंपा
बता दें कि लड़का नाबालिग लड़की को अपने साथ ले गया, लेकिन उसने अपने एक साथी अनिल मुर्मू नाम के एक लड़के को उसे सौंप दिया. कई दिनों तक नाबालिग लड़की अनिल के साथ रही. कुछ दिन बीतने के बाद लड़की वापस लौट आई. नाबालिग लड़की के मामी का कहना है कि इतने दिनों तक अनिल के साथ रहने के बाद दोनों समुदाय के प्रधान ने यह मिलकर निर्णय लिया कि अब लड़की अनिल के साथ रहेगी. हालांकि दोनों की शादी नहीं कराई गई थी.

2 जनवरी 2020 की घटना
लड़की पूर्वी टुंडी क्षेत्र में अनिल के घर पर रह रही थी. 2 जनवरी 2020 को नाबालिग लड़की के शरीर में आग लग जाने की घटना घटी. जिसके बाद उसे पीएमसीएच ले जाया गया. अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया. वहीं, परिजन रिम्स ले जाने के बजाय अपने घर ले गए. घर पर जड़ी बूटी का इलाज कराने लगे.

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पुलिस को दी गई सूचना
इसी दौरान शनिवार की सुबह परिजनों को लगा कि लड़की की मौत चुकी है. लड़की के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी. लड़की को दफनाने के लिए गड्ढे भी खोदे जा चुके थे. दफनाने से पहले परिजनों ने अनिल मुर्मू और रूपलाल टुडू को लड़की की मौत का जिम्मेवादार ठहराते हुए पुलिस में शिकायत की. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने मौके पर पहुंची.

पीएमसीएच में भर्ती
वहीं, जब पुलिस ने जमीन पर नाबालिग लड़की को देखा तो उनके होश उड़ गए. परिजन जिसे मृत बता रहे थे, उस नाबालिग लड़की की सांसें चल रही थी. आनन-फानन में उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है.

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पुलिस कर रही जांच
इधर, पूर्वी टुंडी थाना प्रभारी कमलनाथ मुंडा से इस संबंध में फोन पर हुई बातचीत में कहा कि लड़की के परिजन थाना पहुंचे थे. लड़की को जलाकर मारने का आरोप मौखिक रूप से दो लड़कों पर लगाया गया था. परिजनों ने किसी तरह की कोई लिखित शिकायत अब तक नहीं दी है. फिलहाल पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है.

Intro:धनबाद।16 साल की एक नाबालिग लड़की को मृत समझकर परिजन दफनाने की तैयारी कर रहे थे।लेकिन सही समय पर पुलिस पहुंच गई।पुलिस ने लड़की की सांसें चलती पाई।जिसके बाद उसे आनन फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया।लड़की का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।


Body:पीएमसीएच के सर्जिकल आईसीयू वार्ड में भर्ती इस नाबालिग लड़की की कहानी बड़ी ही करुणामयी है।पूर्वी टुंडी में यह अपने मामा-मामी के साथ रहती थी।एक दिन अपने चचेरे विधवा मामी के साथ यह काली मेला घूमने गयी थी।मामी के मोबाइल से वह किसी दूसरे लड़के से बातचीत करती थी।परिजन की माने तो वह लड़का शादीशुदा था।लड़के का नाम रूपलाल टुडू है।यह लड़का निरसा थाना क्षेत्र के गुरगा का रहनेवाला है। लड़का इस नाबालिग लड़की को अपने साथ ले गया।लेकिन उसने अपने एक साथी अनिल मुर्मू नाम के एक लड़के को सौप दिया।कई दिनों तक नाबालिग लड़की अनिल के साथ रही।कुछ दिन बीतने के बाद नाबालिग लड़की वापस लौट आयी।नाबालिग लड़की के मामी का कहना है कि इतने दिनों तक अनिल के साथ रहने के बाद दोनो समुदाय के प्रधान ने यह मिलकर निर्णय लिया कि अब यह नाबालिग लड़की अनिल के साथ रहेगी।हालाकि दोनो की शादी नही करायी गई थी।नाबालिग लड़की पूर्वी टुंडी के पियारसालो में अनिल के घर पर रह रही थी।2जनवरी20 को नाबालिग लड़की के शरीर मे आग लग जाने की घटना घटी।जिसके बाद उसे पीएमसीएच अस्पताल ले जाया गया।अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया।परिजन रिम्स ले जाने के बजाय अपने घर ले गए।घर पर जड़ी बूटी का इलाज कराने लगे।इसी दौरान शनिवार की सुबह परिजनों को लगा कि नाबालिग लड़की की मौत चुकी है।लड़की की अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी।लड़की को दफनाने के लिए गड्ढे भी खोदे जा चुके थे।परिजनों का एकबार फिर मन घूम गया।परिजन अनिल मुर्मू और रूपलाल टुडू को लड़की की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस में शिकायत की।जिसके बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने मौके पर पहुँची।पुलिस जब जमीन पर नाबालिग लड़की को देखा तो उनके होश उड़ गए।परिजन जिसे मृत बता रहे थे।उस नाबालिग लड़की सांसे चल रही थी।आनन फानन में उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया।जहां उसका चल रहा है।

इधर पूर्वी टुंडी थाना प्रभारी कमलनाथ मुंडा से इस संबंध में फोन पर हुई बातचीत में कहा कि नाबालिग लड़की परिजन थाना पहुंचे थे।लड़की को जलाकर मारने का आरोप मौखिक रूप से दो लड़कों के ऊपर लगाया गया था।मामले की जांच पड़ताल के लिए मौके पर पहुँचने पर नाबालिग लड़की सांसे चल रही थी।जिसके बाद उसे अस्पताल भेजवाया गया है।लड़की के जीवित रहने के कारण परिजनों द्वारा किसी तरह की कोई लिखित शिकायत अबतक नही की गई है।


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