देवघर/मधुपुर: ग्रामीण इलाकों में सोलरयुक्त पेयजल सिस्टम ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है. सरकार की यह योजना वैसे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सार्थक बनी हुई है, जहां लोग चापानल और कुएं में कतारबद्ध होकर पानी लेने की जुगत में रहते थे.
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ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत सोलर सिस्टम में जेट पंप के सहारे बोरिंग वाटर सीधे टावर टैंक में संग्रहित होती है, इसके बाद टंकी में लगे नलों के माध्यम से ग्रामीण आसानी से पानी उपयोग में लाते हैं. सरकार की इस योजना से खासकर ग्रामीण महिलाएं प्रभावित हुई है.
सोलर सिस्टम साबित हुआ वरदान
ग्रामीण बताते हैं कि पहले पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था. गांव में चापानल से पानी भरने में परेशानी होती थी, लेकिन अब चापानल और कुएं की अपेक्षा पानी लेना काफी सुलभ हो गया है. अब एक साथ कई लोग पानी भर लेते हैं. बच्चे भी आसानी से अपनी दिनचर्या कर विद्यालय चले जाते हैं. हालांकि लगातार जल स्तर के नीचे चले जाने से ग्रामीणों को पानी के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता है, इसके बावजूद भी ग्रामीण काफी खुश हैं अब उन्हें चापानल नहीं चलाना पड़ता है और ना ही कुएं से पानी निकालना पड़ता है.