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महागठबंधन को सता रहा 'भीतरघात' का भय! दोस्तों ने बताया 'चट्टानी एकता'

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Published : Apr 16, 2019, 12:52 PM IST

Updated : Apr 16, 2019, 2:05 PM IST

लोकसभा चुनाव शुरू हो चुका है लेकिन गोड्डा सीट पर महागठबंधन के बीच अब भी खींचतान जारी है. भले ही तमाम दल इस गठबंधन को चट्टानी एकता करार दे रहे हैं लेकिन अंदरखाने क्या चल रहा है यह साफ नहीं है.

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देवघर: झारखंड के 14 लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर जहां सियासी तापमान बढ़ गया है. वहीं, संथाल परगना की सबसे हॉट सीट गोड्डा को लेकर बीजेपी और महागठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला है. लेकिन इन सबके बीच महागठबंधन के भीतर भारी मनमुटाव भी नजर आ रहा है. चुनाव की घोषाणा के बाद से ही संथाल की गोड्डा सीट पर महागबंधन के बीच खींच तान जारी है. कैंडिडेट फाइनल होने के बाद तमाम दल के नेता इस चुनावी मिलन को चट्टानी एकता करार दे रहे हैं. लेकिन गोड्डा लोकसभा से पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी समेत कुछ अन्य की नाराजगी महागठबंधन का खेल बिगाड़ सकती है.

स्पेशल स्टोरी


फुरकान अंसारी का टिकट कटने के बाद उनकी बेटी ने गोड्डा के गदर में ताल ठोकने का मन बनाया था. इस पर कांग्रेस ने विराम लगाते हुए कहा कि वह महागठबंधन के प्रत्याशी के साथ हैं. उनका सिर्फ एक ही मकसद है महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करना. कांग्रेस ने ये भी कहा कि अगर कोई पार्टी विरोधी काम करता है तो उसपर कार्रवाई होना तय है.
वहीं, जेएमएम का कहना है कि पूरे झारखंड में विपक्ष एकजुट है और फुरकान अंसारी की बेटी चुनाव नहीं लड़ने वाली है. इस पूरे प्रकरण पर जेएमएम और जेवीएम का शीर्ष नेतृत्व नजर रखे हुए है.

इधर, महागठबंधन के दूसरे सहयोगी आरजेडी ने कहा कि पूरी चट्टानी एकता के महागठबंधन चुनावी मैदान में है. उन्होंने ये भी कहा एनडीए उनकी विरोधी हैं और वह क्या बयान देते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता. अपने घटक दलों से नाराज नेताओं को मना कर भले ही गठबंधन अपनी जीत का दावा करती नजर आ रही हो. लेकिन मतदान की तारीख तक अगर गठबंधन अपने भीतरघात पर लगाम नहीं लगा पाया ते नतीजे पर असर पड़ सकता है.

देवघर: झारखंड के 14 लोकसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर जहां सियासी तापमान बढ़ गया है. वहीं, संथाल परगना की सबसे हॉट सीट गोड्डा को लेकर बीजेपी और महागठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला है. लेकिन इन सबके बीच महागठबंधन के भीतर भारी मनमुटाव भी नजर आ रहा है. चुनाव की घोषाणा के बाद से ही संथाल की गोड्डा सीट पर महागबंधन के बीच खींच तान जारी है. कैंडिडेट फाइनल होने के बाद तमाम दल के नेता इस चुनावी मिलन को चट्टानी एकता करार दे रहे हैं. लेकिन गोड्डा लोकसभा से पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता फुरकान अंसारी समेत कुछ अन्य की नाराजगी महागठबंधन का खेल बिगाड़ सकती है.

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फुरकान अंसारी का टिकट कटने के बाद उनकी बेटी ने गोड्डा के गदर में ताल ठोकने का मन बनाया था. इस पर कांग्रेस ने विराम लगाते हुए कहा कि वह महागठबंधन के प्रत्याशी के साथ हैं. उनका सिर्फ एक ही मकसद है महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करना. कांग्रेस ने ये भी कहा कि अगर कोई पार्टी विरोधी काम करता है तो उसपर कार्रवाई होना तय है.
वहीं, जेएमएम का कहना है कि पूरे झारखंड में विपक्ष एकजुट है और फुरकान अंसारी की बेटी चुनाव नहीं लड़ने वाली है. इस पूरे प्रकरण पर जेएमएम और जेवीएम का शीर्ष नेतृत्व नजर रखे हुए है.

इधर, महागठबंधन के दूसरे सहयोगी आरजेडी ने कहा कि पूरी चट्टानी एकता के महागठबंधन चुनावी मैदान में है. उन्होंने ये भी कहा एनडीए उनकी विरोधी हैं और वह क्या बयान देते हैं इससे फर्क नहीं पड़ता. अपने घटक दलों से नाराज नेताओं को मना कर भले ही गठबंधन अपनी जीत का दावा करती नजर आ रही हो. लेकिन मतदान की तारीख तक अगर गठबंधन अपने भीतरघात पर लगाम नहीं लगा पाया ते नतीजे पर असर पड़ सकता है.

Intro:एंकर देवघर झारखंड के 14 लोकसभा सीटो के लिए होने वाले चुनाव को लेकर जहां सियासी तापमान चरम पर है वही संथाल प्रगणा की सबसे हॉट सीट गोड्डा को लेकर बीजेपी और महागठबंधन के बीच का मुकाबला कांटे का नजर आ रहा है। लेकिन इस बीच महागठबधन के भीतर भारी मनमुटाव भी नजर आ रहा है तमाम दल के नेता इस चुनावी मिलन को चट्टानी एकता करार दे रहे है। लेकिन गोड्डा लोकसभा से पूर्व सांसद और कोंग्रेस नेता फुरकान अंसारी समेत कुछ अन्य की नाराजगी महागठबंधन का खेल बिगाड़ सकती है। दरअसल फुरकान अंसारी के टिकट कटने के बाद उनकी बेटी ने पिता की विरासत पर दावा ठोकते हुए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से गोड्डा के गदर में ताल ठोक दिए तो कोंग्रेस के ही एक ओर नेता अवधेश पंडित को टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रहे है। वही जब महागठबंधन के नेताओ से बात कही गयी तो आरजेडी के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान की माने तो महागठबंधन प्रत्यासी गोड्डा लोकसभा से भरी मतों से जीत सुनिश्चित है ओर महागठबंधन में सभी दलों का चट्टानी एकता है। तो जेएमएम के नगर अध्यक्ष सुरेश साह की माने तो महज महागठबंधन में किसी प्रकार का मनमुटाव नही है रही बात फुरकान अंसारी की बेटी का जो टीएमसी पार्टी से गोड्डा लोकसभा से उम्मीदवार नही होंगी उन्हें अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष पद दी जा रही है ओर महागठबंधन में चट्टानी एकता है और जेएमएम के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद गोड्डा लोकसभा का केम्पेन भी करेंगे। ओर महागठबंधन को लेकर कोंग्रेस नेता संतोष पासवान ने कहा कि अगर आलाकमान राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन में कोई मनमुटाव नही है और अगर कोई भी पार्टी के लोग इस अगर महागठबंधन में अपनी भागीदारी नही दिखाती है तो उनपर पार्टी कार्रवाही करेगी।वही दूसरी तरफ अपने अपने समीकरण को सटीक बैठने में जुटे बिजेपी ओर महागठबंधन के प्रत्यासी अब उन चुनावी उत्पादों को लेकर चिंतित नजर आ रहे है जो सिर्फ वोट काटने के मकसद से नामांकन करने पर आमादा है।


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Last Updated : Apr 16, 2019, 2:05 PM IST
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