देवघरः श्रावणी मेले के दौरान मिलावटी खोवा का कारोबार बढ़ जाता है. मेले में मिलावटी खोवा का पेड़ा बाजार में नहीं बिके. इसको लेकर देवघर जिला प्रशासन की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है. बुधवार को डीसी मंजूनाथ भजंत्री को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसडीओ अभिजीत सिन्हा के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया, जिमसें जिला आपूर्ति पदाधिकारी और खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी भी शामिल थे.
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इस छापेमारी अभियान के दौरान आर मित्रा स्कूल के पास चार वाहनों को जब्त किया गया, जिसपर मिलावटी खोवा लदा था. इन चारों वाहनों से 110 बोरा मिलावटी खोवा जब्त किया गया है. इसमें एक बोरा में 60 किलो खोवा रखे गए थे. जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि श्रावणी मेले के दौरान पेड़ा का कारोबार बढ़ जाता है. इससे मिलावटी पेड़ा भी बड़ी मात्रा में खपाया जाता है. जब्त मिलावटी खोवा भी पेड़ा में खपाया जाता. लेकिन प्रशासन सक्रिय हैं और मिलावटी सामानों को जब्त करने के लिये लगातार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि जब्त खोवा का सैंपल जांच के लिये भेज दिया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
देवघर और आसपास के जिलों में खोवा का उत्पादन बड़े पैमान पर किया जाता है. लेकिन श्रावनी मेले में नकली खोवा बनाने वाले लोग भी सक्रिय हो जाते हैं और मिलावटी खोवा को कई दुकानों में सप्लाई करते हैं. बताया जाता है कि श्रावणी मेले में मिलावटी खोवा से तैयार की गई पेड़ा धड़ल्ले से बेची जाती है, जिसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है. मिलावटी खोवा की सेवन करने से तबीयत बिगड़ने के साथ साथ कई प्रकार की बीमारी होने की आशंका रहती है. लोगों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नकली खोवा तैयार करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय होकर लगातार छापेमारी अभियान चला रही है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर क्वालिटी का पेड़ा मिले.