चाईबासा: लॉकडाउन के दौरान कुछ दिनों से बीमार चल रहे पश्चिम सिंहभूम जिले के कुमारडूंगी निवासी की बंगलुरू में मौत हो गई. उसकी मौत की खबर के बाद भी उसकी अंतिम संस्कार में पत्नी और बच्चे शामिल नहीं हो सके और ना ही अंतिम दर्शन कर सके.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुमारडुंगी प्रखंड के एक युवक गुरुदेव हेम्ब्रम अपने परिवार से दूर बेंगलुर में अपने छोटे भाई सुखदेव हेम्ब्रम के साथ रहकर बिल्डिंग निर्माण कार्य में श्रमिक का काम करता था. वह वहां 22 मार्च से बीमार हो गया और 27 मार्च को उसकी मौत हो गयी. छोटे भाई सुखदेव हेम्ब्रम के मुताबिक गुरुदेव 22 से बुखार से पीड़ित था और उसका इलाज चल रहा था, इस दौरान 27 को उसकी हालत बिगड़ने पर छोटे भाई में उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
ये भी पढ़ें- झारखंड में लॉकडाउन के दौरान हैं परेशान तो ईटीवी भारत बनेगा आपकी आवाज
मृतक के छोटे भाई के मुताबिक उसे डॉक्टरों ने बताया कि गुरुदेव की किडनी फेल हो गई थी. गांव में परिवार के साथ गुरुदेव की पत्नी और दो बेटियां हैं. लॉकडाउन से उसकी पत्नी और बच्चे उसका अंतिम संस्कार के लिए भी बेंगलुरु नहीं जा सके. भाई सुखदेव हेम्ब्रम ने अकेले ही वंहा उसका अंतिम संस्कार किया.