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पहाड़ों से गिरते झरने का मनमोहक रूप है हिरनी जलप्रपात, खींचे चले आते हैं पर्यटक

साल के अंतिम में पिकनिक स्पॉट पर सैलानियों का आना जाना लगा रहता है. इनमें से एक है घने जंगल और पहाड़ों के बीच बसा हिरनी फॉल, जिसकी प्राकृतिक छटा अपने आप में मन मोह लेने वाली है. इसे देखने और प्रकृति की गोद में अपना समय बिताने के लिए लोग सपरिवार यहां हर साल आते हैं. देखें पूरी खबर.

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Published : Dec 26, 2019, 9:16 PM IST

hirni falls ranchi jharkhand
हिरनी फॉल

चाईबासाः साल के अंतिम में नवंबर-दिसंबर का महीना पहुंचते ही पिकनिक स्पॉट पर सैलानियों का आना शुरू हो जाता है. यह सिलसिला जनवरी के आखिरी सप्ताह तक जारी रहता है. इस कड़ी में जिले में स्थित हिरनी फॉल में भी सैलानी पहुंचकर प्रकृति का लुत्फ उठाते हैं. पहाड़ों और घने जंगलों के बीच होने के कारण सैलानियों को हिरनी फॉल काफी मनमोहक लगता है. लोग दूर-दूर से यहां अपने परिवार के साथ पहुंचकर प्रकृति से जुड़ने और वन भोज का आनंद उठाते हैं.

देखें पूरी खबर

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हिरनी जलप्रपात देखने के लिए बनाए गए हैं वॉच टावर

रांची-चाईबासा मुख्य सड़क मार्ग स्थित बंदगांव प्रखंड के घने जंगल और पहाड़ियों के बीच में हिरनी जलप्रपात से लगभग 300 फीट की ऊंचाई से गिरता झरना देखते ही बनता है. हिरनी फॉल को देखने के लिए वॉच टावर भी बनाए गए हैं जहां तक पहुंचने के लिए सैलानियों को पत्थरों को काटकर बनाए गए सीढ़ियों से होकर गुजरना पड़ता है.

पर्यटकों को लुभाने के लिए बनाए गए हैं आकर्षक पार्क

झारखंड सरकार ने पर्यटकों को लुभाने के लिए आकर्षक पार्क का भी निर्माण करवाया है. यहां सैलानियों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है. लेकिन उसमें अभी कुछ काम बाकी है. घने जंगलों के बीच स्थित हिरनी फॉल में आने वाले सैलानियों का ख्याल रखने के लिए यहां ग्रामीण भी अपनी दुकान लगाते हैं.

तैनात हैं पर्यटन मित्र

हिरनी जलप्रपात में नवंबर से जनवरी के अंत तक सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाती है. इसके साथ ही आने वाले पर्यटकों का खास ध्यान रखने के लिए पर्यटन मित्र भी तैनात किए गए हैं जो उनके सुरक्षा से लेकर पर्यटक स्थलों की भी जानकारी देते हैं.

ये भी पढ़ें-रामगढ़ः हाइटेंशन तार टूटने से हादसा, बाल-बाल बचे लोग

पर्यटकों के वाहन पार्किंग की है उचित व्यवस्था

पर्यटकों के वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है. वहीं, सुरक्षा गार्ड वाहन पार्किंग के लिए 20 रुपए भी लेते हैं. इस 20 रुपए से हिरनी फॉल जलप्रपात समिति के सदस्य साफ-सफाई आदि की व्यवस्था करते हैं.

इन बातों का रखें खास ख्याल

हिरनी फॉल जाते समय गाड़ी को तेज गति से घाटी पर ना चलाएं. हिरनी फॉल पर चट्टानों के ऊपर चलना भी खतरनाक साबित हो सकता है. यहां सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

चाईबासाः साल के अंतिम में नवंबर-दिसंबर का महीना पहुंचते ही पिकनिक स्पॉट पर सैलानियों का आना शुरू हो जाता है. यह सिलसिला जनवरी के आखिरी सप्ताह तक जारी रहता है. इस कड़ी में जिले में स्थित हिरनी फॉल में भी सैलानी पहुंचकर प्रकृति का लुत्फ उठाते हैं. पहाड़ों और घने जंगलों के बीच होने के कारण सैलानियों को हिरनी फॉल काफी मनमोहक लगता है. लोग दूर-दूर से यहां अपने परिवार के साथ पहुंचकर प्रकृति से जुड़ने और वन भोज का आनंद उठाते हैं.

देखें पूरी खबर

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हिरनी जलप्रपात देखने के लिए बनाए गए हैं वॉच टावर

रांची-चाईबासा मुख्य सड़क मार्ग स्थित बंदगांव प्रखंड के घने जंगल और पहाड़ियों के बीच में हिरनी जलप्रपात से लगभग 300 फीट की ऊंचाई से गिरता झरना देखते ही बनता है. हिरनी फॉल को देखने के लिए वॉच टावर भी बनाए गए हैं जहां तक पहुंचने के लिए सैलानियों को पत्थरों को काटकर बनाए गए सीढ़ियों से होकर गुजरना पड़ता है.

पर्यटकों को लुभाने के लिए बनाए गए हैं आकर्षक पार्क

झारखंड सरकार ने पर्यटकों को लुभाने के लिए आकर्षक पार्क का भी निर्माण करवाया है. यहां सैलानियों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है. लेकिन उसमें अभी कुछ काम बाकी है. घने जंगलों के बीच स्थित हिरनी फॉल में आने वाले सैलानियों का ख्याल रखने के लिए यहां ग्रामीण भी अपनी दुकान लगाते हैं.

तैनात हैं पर्यटन मित्र

हिरनी जलप्रपात में नवंबर से जनवरी के अंत तक सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाती है. इसके साथ ही आने वाले पर्यटकों का खास ध्यान रखने के लिए पर्यटन मित्र भी तैनात किए गए हैं जो उनके सुरक्षा से लेकर पर्यटक स्थलों की भी जानकारी देते हैं.

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पर्यटकों के वाहन पार्किंग की है उचित व्यवस्था

पर्यटकों के वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है. वहीं, सुरक्षा गार्ड वाहन पार्किंग के लिए 20 रुपए भी लेते हैं. इस 20 रुपए से हिरनी फॉल जलप्रपात समिति के सदस्य साफ-सफाई आदि की व्यवस्था करते हैं.

इन बातों का रखें खास ख्याल

हिरनी फॉल जाते समय गाड़ी को तेज गति से घाटी पर ना चलाएं. हिरनी फॉल पर चट्टानों के ऊपर चलना भी खतरनाक साबित हो सकता है. यहां सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

Intro:चाईबासा। नए साल की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और नए साल के आगमन को लेकर जिले के पिकनिक स्पॉट भी गुलजार होने लगे हैं। पश्चिम सिंहभूम जिले के पहाड़ों- झरनों आदि प्राकृतिक सौंदर्य एवं मनोरम दृश्य मानो प्राकृतिक ने अपने उदार हाथों से संवारा है। इन्हीं में से एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हिरनी फॉल है।

पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर बंदगांव प्रखंड स्थित टेबो घाटी की रामगाढा नदी से निरंतर बहने वाली जलप्रपात को देखने के लिए पर्यटक खींचे चले आते हैं। हिरनी जलप्रपात पहाड़ियों से गिरते झरने का मनमोहक प्राकृतिक दृश्य काफी लुभावना है। यहां की खूबसूरत वादियां लोगों को अपनी ओर आने को मजबूर कर देती है।


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नवंबर दिसंबर से ही सैलानियों का आना प्रारंभ हो जाता है जो जनवरी के अंतिम सप्ताह तक जारी रहता है यूं तो सालों भर हिरनी फॉल में सैलानी पहुंचकर प्राकृतिक हिरनी फॉल का लुत्फ उठाते हैं। पहाड़ों एवं घने जंगलों के बीच होने के कारण सैलानी हिरनी फॉल पहुंचकर प्रकृति से जुड़ने एवं वन भोज आदि का आनंद उठाते हैं।

हिरनी जलप्रपात देखने के लिए बनाए गए हैं वॉच टावर-
रांची चाईबासा मुख्य सड़क मार्ग स्थित बंदगांव प्रखंड के घने जंगल एवं पहाड़ियों के बीच में हिरनी जलप्रपात से लगभग 300 फीट की ऊंचाई से गिरता झरना देखते ही बनता है। हिरनी फॉल को देखने के लिए वॉच टावर भी बनाए गए हैं जहां तक पहुंचने के लिए सैलानियों को पत्थरों को काटकर बनाए गए सीढ़ियों से होकर गुजरना होगा।

पर्यटकों को लुभाने के लिए बनाए गए हैं आकर्षक पार्क -
झारखंड सरकार ने पर्यटकों को लुभाने के लिए आकर्षक पार्क का भी निर्माण करवाया है यहां सैलानियों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है परंतु उसमें अभी कुछ काम बाकी है। घने जंगलों के बीच स्थित हिरनी फॉल में आने वाले सैलानियों का ख्याल रखने के लिए ग्रामीण भी अपनी दुकानें लगाते हैं।

तैनात हैं पर्यटन मित्र-
हिरनी जलप्रपात में नवंबर से जनवरी के अंत तक सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाती है। इसके साथ ही आने वाले पर्यटको का खास ध्यान रखने के लिए पर्यटन मित्र भी तैनात किए गए हैं जो उनके सुरक्षा से लेकर पर्यटक स्थलों की भी जानकारी देते हैं।

पर्यटकों के वाहन पार्किंग की है उचित व्यवस्था-
पर्यटकों के वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है सुरक्षा गार्ड के द्वारा वाहन पार्किंग के लिए 20 रुपए भी लिए जाते हैं इसी 20 रुपए से हिरनी फॉल जलप्रपात समिति के सदस्य साफ-सफाई आदि की व्यवस्था करते हैं।

सावधानी बरतें-
हिरनी फॉल जाते समय गाड़ी को तेज गति से घाटी पर ना चलाएं, हिरनी फॉल पर चट्टानों के ऊपर चलना भी खतरनाक साबित हो सकता है यहां सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

बाईट 1&2- पर्यटक मित्र
बाईट 3 - बंदगांव बीडीओ, कामेश्वर बेदिया




Conclusion:
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