चाईबासा: जिले में लंबे समय से निर्माणाधीन स्वास्थ्य विभाग के भवन अधूरे पड़े है. जिसको दुरुस्त करने को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने इसमें दोषी पदाधिकारियों और अभियंताओं के खिलाफ प्रपत्र गठित करने का निर्देश जारी कर दिया है.
उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जिले के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को अधूरे पड़े भवनों को चिन्हित करने कहा है. उन्होंने उनसे संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ प्रपत्र गठित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को लेकर निर्देश दिया है.
स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विचार-विमर्श को लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिले के तमाम स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रभारी और डॉक्टर पहुंचे थे. जहां उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने स्वास्थ्य कर्मियों को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने का निर्देश दिया. ताकि आदिवासी बहुल इस जिले में स्वास्थ्य सेवा दुरुस्त हो सके.
आदित्य रंजन ने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि चाईबासा सदर अस्पताल को हर हाल में एक अव्वल दर्जे का अस्पताल बनाया जाए. ताकि बाहर से मरीज इलाज करवाने यहां आ सके. उन्होंने ये भी कहा कि यहां का कोई भी मरीज बाहर रेफर नहीं किया जाए, इसका ध्यान सभी डॉक्टर रखें.