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चाईबासा: स्वास्थ्य विभाग के सभी अधूरे भवनों को लेकर सरकार गंभीर, जारी किए जरूरी निर्देश

उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जिले के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को अधूरे पड़े भवनों को चिन्हित करने कहा है. साथ ही इसको दुरुस्त करने को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता दिखाई है.

जानकारी देते आदित्य रंजन
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Published : Mar 5, 2019, 5:17 PM IST

चाईबासा: जिले में लंबे समय से निर्माणाधीन स्वास्थ्य विभाग के भवन अधूरे पड़े है. जिसको दुरुस्त करने को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने इसमें दोषी पदाधिकारियों और अभियंताओं के खिलाफ प्रपत्र गठित करने का निर्देश जारी कर दिया है.

उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जिले के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को अधूरे पड़े भवनों को चिन्हित करने कहा है. उन्होंने उनसे संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ प्रपत्र गठित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को लेकर निर्देश दिया है.

जानकारी देते आदित्य रंजन

स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विचार-विमर्श को लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिले के तमाम स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रभारी और डॉक्टर पहुंचे थे. जहां उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने स्वास्थ्य कर्मियों को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने का निर्देश दिया. ताकि आदिवासी बहुल इस जिले में स्वास्थ्य सेवा दुरुस्त हो सके.

आदित्य रंजन ने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि चाईबासा सदर अस्पताल को हर हाल में एक अव्वल दर्जे का अस्पताल बनाया जाए. ताकि बाहर से मरीज इलाज करवाने यहां आ सके. उन्होंने ये भी कहा कि यहां का कोई भी मरीज बाहर रेफर नहीं किया जाए, इसका ध्यान सभी डॉक्टर रखें.

चाईबासा: जिले में लंबे समय से निर्माणाधीन स्वास्थ्य विभाग के भवन अधूरे पड़े है. जिसको दुरुस्त करने को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने इसमें दोषी पदाधिकारियों और अभियंताओं के खिलाफ प्रपत्र गठित करने का निर्देश जारी कर दिया है.

उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जिले के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को अधूरे पड़े भवनों को चिन्हित करने कहा है. उन्होंने उनसे संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ प्रपत्र गठित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को लेकर निर्देश दिया है.

जानकारी देते आदित्य रंजन

स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विचार-विमर्श को लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिले के तमाम स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रभारी और डॉक्टर पहुंचे थे. जहां उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने स्वास्थ्य कर्मियों को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने का निर्देश दिया. ताकि आदिवासी बहुल इस जिले में स्वास्थ्य सेवा दुरुस्त हो सके.

आदित्य रंजन ने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि चाईबासा सदर अस्पताल को हर हाल में एक अव्वल दर्जे का अस्पताल बनाया जाए. ताकि बाहर से मरीज इलाज करवाने यहां आ सके. उन्होंने ये भी कहा कि यहां का कोई भी मरीज बाहर रेफर नहीं किया जाए, इसका ध्यान सभी डॉक्टर रखें.

Intro:चाईबासा। जिले में लंबे समय से निर्माणाधीन अधूरे पड़े स्वास्थ्य विभाग के सभी भवनों को दुरुस्त करने को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने गंभीरता दिखाते हुए दोषी पदाधिकारियों एवं अभियंताओं के खिलाफ प्रपत्र गठित करने का निर्देश जारी कर दिया है।


Body:जिसका असर पश्चिम सिंहभूम जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अधूरे पड़े भवनों का भी जीर्णोद्धार की उम्मीद जाग गई है। इसी कड़ी में आज जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जिले के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों को अधूरे पड़े भवनों को चिन्हित कर उनसे संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ प्रपत्र गठित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को लेकर निर्देश जारी कर दिया है।

चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विचार-विमर्श को लेकर आयोजित कार्यक्रम में जिले के तमाम स्वास्थ्य उपकेंद्र प्रभारी एवं सभी डॉक्टर पहुंचे थे । जहां उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने स्वास्थ्य कर्मियों को इमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करने का निर्देश दिया है। ताकि आदिवासी बहुल इस जिले में स्वास्थ्य सेवा दुरुस्त हो सके।


Conclusion:साथ ही साथ उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिया कि चाईबासा सदर अस्पताल को हर हाल में एक अव्वल दर्जे का अस्पताल बनाया जाए। ताकि बाहर से भी मरीज इलाज करवाने यहां आ सके। साथ ही यहां का कोई भी मरीज बाहर रेफर नहीं किया जाए इसका ध्यान सभी डॉक्टर रखें। तभी हम समझेंगे कि हमारा अस्पताल एवं हमारे डॉक्टरों के कर्तव्य सार्थक हुए।

इस दौरान सदर अस्पताल सिविल सर्जन डॉक्टर मंजू दुबे, डॉक्टर संजय कुजूर, डॉक्टर जगन्नाथ हेंब्रोम आदि डॉक्टर्स मौके पर उपस्थित रहे।
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