ETV Bharat / city

Death of Newborn: बोकारो में नवजात की मौत, परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार

बोकारो के एक निजी अस्पताल में नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि प्रीमेच्योर बेबी होने की वजह से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी. जिस वजह से उसकी मौत हो गई.

Death of Newborn
Death of Newborn
author img

By

Published : Jan 17, 2022, 1:09 PM IST

Updated : Jan 17, 2022, 1:42 PM IST

बोकारोः जिले के को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित हॉस्पिटल में एक नवजात की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस मामले में चिकित्सक ने सफाई देते हुए कहा कि नवजात प्रीमेच्योर था, जिस कारण उसकी मौत हुई है. घटना के बाद परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ेंः रोड लाइंस कंपनी के कर्मियों से मारपीटः आजसू सांसद के समर्थकों पर लगा आरोप


जानकारी के मुताबिक ममार कुदर की रहने वाली एक महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद अस्पताल में रविवार शाम भर्ती कराया गया था. परिजनों के मुताबिक मौके पर मौजूद नर्स से जब महिला की तकलीफ की बात कही गई तो उन लोगों ने परिजनों की बातों को नजरअंदाज कर दिया. रात 8 बजेऑपरेशन कर डिलीवरी कराई गई. जब डिलीवरी कराई गई तो बच्चा रो भी रहा था उसे ले जाकर ऊपर रख दिया गया. परिवार वालों को बच्चे को देखने तक नहीं दिया गया. आज सुबह अस्पताल वालों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है.

परिजनों का कहना है कि जब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था और 9 महीने में डिलीवरी हुई है तो प्रीमेच्योर कैसे हो सकता है. यहां पूरी तरह से लापरवाही बरती गई है और इसमें हॉस्पिटल के स्टाफ से लेकर सभी की गलती है. हम चाहते हैं कि न्याय मिले आगे किसी भी परिवार के साथ ऐसी अनहोनी नहीं हो. चिकित्सक रवि शेखर ने बताया कि बच्चा प्रीमेच्योर होने के कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इस कारण से एनआईसीयू में रखा गया था. 48 घंटे तक हम लोग कुछ नहीं कर सकते थे. परिजनों को बाहर ले जाने की भी बात कही गई थी.

देखें पूरी खबर

बोकारोः जिले के को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित हॉस्पिटल में एक नवजात की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस मामले में चिकित्सक ने सफाई देते हुए कहा कि नवजात प्रीमेच्योर था, जिस कारण उसकी मौत हुई है. घटना के बाद परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है.

ये भी पढ़ेंः रोड लाइंस कंपनी के कर्मियों से मारपीटः आजसू सांसद के समर्थकों पर लगा आरोप


जानकारी के मुताबिक ममार कुदर की रहने वाली एक महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद अस्पताल में रविवार शाम भर्ती कराया गया था. परिजनों के मुताबिक मौके पर मौजूद नर्स से जब महिला की तकलीफ की बात कही गई तो उन लोगों ने परिजनों की बातों को नजरअंदाज कर दिया. रात 8 बजेऑपरेशन कर डिलीवरी कराई गई. जब डिलीवरी कराई गई तो बच्चा रो भी रहा था उसे ले जाकर ऊपर रख दिया गया. परिवार वालों को बच्चे को देखने तक नहीं दिया गया. आज सुबह अस्पताल वालों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है.

परिजनों का कहना है कि जब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था और 9 महीने में डिलीवरी हुई है तो प्रीमेच्योर कैसे हो सकता है. यहां पूरी तरह से लापरवाही बरती गई है और इसमें हॉस्पिटल के स्टाफ से लेकर सभी की गलती है. हम चाहते हैं कि न्याय मिले आगे किसी भी परिवार के साथ ऐसी अनहोनी नहीं हो. चिकित्सक रवि शेखर ने बताया कि बच्चा प्रीमेच्योर होने के कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इस कारण से एनआईसीयू में रखा गया था. 48 घंटे तक हम लोग कुछ नहीं कर सकते थे. परिजनों को बाहर ले जाने की भी बात कही गई थी.

देखें पूरी खबर
Last Updated : Jan 17, 2022, 1:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.