चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने गोपनीय कार्यालय प्रकोष्ठ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में 8 अगस्त को राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में आयोजित होने वाले दूसरे विशेष जांच शिविर के उद्देश्यों की पूर्ति को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है.
ये भी पढ़ें-घर में नहीं, इनका शौचालय में है 'घर', जानिए विधवा सोनिया धीवर की पूरी कहानी
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ संजय कुजूर, अजमत अजीम सहित सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए. उपायुक्त ने एक बार फिर पूरे जिले के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि पंचायत स्तर पर आयोजित इस विशेष जांच शिविर में सम्मिलित हों.
उपायुक्त ने बताया कि अगर जांच शिविर के दौरान कोई भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उन्हें उनके घर में उपलब्ध व्यवस्था का आकलन करते हुए होम क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी जाएगी. वहीं, ऐसे व्यक्ति जिनके घरों में आइसोलेशन में रहने की व्यवस्था नहीं है या पॉजिटिव पाए गए या फिर व्यक्ति पूर्व से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है या वायरस संक्रमण के लक्षण उन में पाए जाते हैं तो, वैसे लोगों को बेहतर इलाज के लिए कोविड-19 केयर सेंटर में भर्ती करवाया जाएगा. इसलिए किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, आप प्रशासन का सहयोग करें, प्रशासन आपके बेहतर और स्वस्थ भविष्य को लेकर हरसंभव प्रयास करने के लिए राज्य सरकार के निर्देशन में कृत संकल्पित है.
जिला स्तर के वरीय पदाधिकारियों को भी आवंटित किए गए प्रखंड
जिला उपायुक्त ने बताया कि आयोजित होने वाले दूसरे विशेष जांच शिविर के माध्यम से जिला अंतर्गत लगभग 10,000 से अधिक व्यक्तियों का रेपिड एंटीजन जांच किट के माध्यम से कोविड-19 जांच के लिए जिलास्तर पर लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से जिले के उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, अपर उपायुक्त इंदु गुप्ता सहित वरीय पदाधिकारियों को भी अपने-अपने आवंटित प्रखंड में लगातार भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि विगत 31 अगस्त को आयोजित जांच शिविर की तर्ज पर इस बार भी जिला अंतर्गत 18 प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, 15 सामुदायिक स्वास्थ्य प्रभारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, सीडीपीओ और अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों सहित पंचायत स्तर पर गठित टीम के सदस्य जैसे एएनएम, सहिया, सेविका-सहायिका, पंचायत सचिव, प्रयुक्त शिक्षक को भी विशेष शिविर के लिए दिशा निर्देश देते हुए आवश्यक सुरक्षा गियर का प्रयोग करने को लेकर भी सलाह दी गई है.
उन्होंने बताया कि विगत जांच शिविर के दौरान जिले में लगभग 9,000 से अधिक व्यक्तियों की कोरोना जांच हुई, जिसमें 200 व्यक्ति वायरस संक्रमित पाए गए थे. जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की तय गाइडलाइन के तहत आवश्यकतानुसार समुचित इलाज की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है.