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वार्षिक बैठक के लिए पीएम मोदी मास्को नहीं जाएंगे, जी 20 में शामिल होने पुतिन आ सकते हैं भारत

रूसी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट बता रही है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सितंबर 2023 में नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग ले सकते हैं. जबकि समय की कमी के कारण प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस की यात्रा नहीं करेंगे.

Putin may come to India to attend G20
जी 20 में शामिल होने पुतिन आ सकते हैं भारत
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Published : Dec 10, 2022, 8:58 AM IST

नई दिल्ली: सूत्रों ने बताया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस की यात्रा नहीं करेंगे. इसे रूस-यूक्रेन संघर्ष की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है. जिसमें भारत ने दोनों पक्षों के बीच एक राजनयिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. हालांकि सरकार के सूत्रों का कहना है कि समय की कमी के कारण प्रधानमंत्री रूस की यात्रा नहीं करेंगे. दूसरी ओर रूसी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट बता रही है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सितंबर 2023 में नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग ले सकते हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के रूसी प्रभारी स्वेतलाना लुकाश नें रूसी समाचार एजेंसी से कहा कि इस बात की पूरी संभावना है.

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भारतीय प्रधान मंत्री और रूसी राष्ट्रपति के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी में सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है. अब तक भारत और रूस में वैकल्पिक रूप से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं. पिछला शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. जबकि वार्षिक शिखर सम्मेलन 2000 में शुरू हुआ था, कोविड महामारी के कारण 2020 में इन-पर्सन शिखर सम्मेलन नहीं हो सका था. शिखर सम्मेलन आमतौर पर कैलेंडर वर्ष के भीतर होते हैं. वर्ष 2022 लगभग समाप्त हो रहा है, इस वर्ष भी कोई व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन नहीं होगा.

पढ़ें: Private Member Bill : राज्यसभा में समान नागरिक संहिता पर प्रस्ताव पेश

मोदी और पुतिन ने हाल ही में उज्बेकिस्तान के समरकंद में 16 सितंबर को एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर मुलाकात की थी. उस समय मोदी ने पुतिन से कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है और हाल ही में हुए जी-20 बाली घोषणा में भी भारत इसी पक्ष के साथ खड़ा रहा. इस हफ्ते की शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया कि समरकंद में, प्रधान मंत्री ने वैश्विक भावना व्यक्त की जब उन्होंने घोषणा की कि यह युद्ध का युग नहीं है. उनका बयान यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में था, जहां हम लगातार बातचीत और कूटनीति की वकालत करते रहे हैं.

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मोदी और पुतिन ने हाल ही में उज्बेकिस्तान के समरकंद में 16 सितंबर को एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर मुलाकात की थी. उस समय मोदी ने पुतिन से कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है और हाल ही में हुए जी-20 बाली घोषणा में भी भारत इसी पक्ष के साथ खड़ा रहा. इस हफ्ते की शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया कि समरकंद में, प्रधान मंत्री ने वैश्विक भावना व्यक्त की जब उन्होंने घोषणा की कि यह युद्ध का युग नहीं है. उनका बयान यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में था, जहां हम लगातार बातचीत और कूटनीति की वकालत करते रहे हैं.

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