हैदराबाद: हनुमान जी, शक्ति, भक्ति और समर्पण के प्रतीक हैं. उनकी आराधना न केवल पुरुषों के लिए, बल्कि महिलाओं के लिए भी अत्यंत कल्याणकारी मानी जाती है. हनुमान जी की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है. हालांकि, कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महिलाओं के लिए हनुमान जी की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, जिससे उनकी पूजा और भी अधिक फलदायी हो सके.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र के अनुसार, यहां उन 4 महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया गया है, जिनका पालन करके महिलाएं हनुमान जी की पूजा को और भी अधिक सार्थक बना सकती हैं.
1. मानसिक और शारीरिक पवित्रता का ध्यान: हनुमान जी की पूजा में मन और शरीर की पवित्रता का विशेष महत्व है. इसलिए स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और शांत मन से हनुमान जी का ध्यान करें. नकारात्मक विचारों से दूर रहें और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा में शामिल हों.
2. श्रद्धा और समर्पण का भाव: हनुमान जी भक्ति के वश में हैं. महिलाएं पूर्ण श्रद्धा और समर्पण के भाव से हनुमान जी की पूजा करें. उनके प्रति प्रेम और विश्वास ही उन्हें प्रसन्न करने का सबसे उत्तम मार्ग है.
3. भोग लगाएं: हनुमान जी को भोग लगाना भी महत्वपूर्ण है. महिलाएं हनुमान जी को बूंदी, इमरती, पान, गुड़-चना, रोटी, बेसन के लड्डू, तुलसी के पत्ते, केला, रतालू की सब्ज़ी और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन अर्पित कर सकती हैं.
4. मंत्र जाप में सावधानी: महिलाएं हनुमान चालीसा या हनुमान जी के अन्य मंत्रों का जाप धीरे स्वर में करें. तेज आवाज में जाप करने से बचें. ध्यान रखें कि मंत्रों का उच्चारण स्पष्ट और शुद्ध होना चाहिए.
कुछ विशेष नियमों का पालन: परंपरागत रूप से माना जाता है कि कुछ चीजें महिलाओं को हनुमान जी को अर्पित नहीं करनी चाहिए. इनमें शामिल हैं
- सिंदूर: महिलाएं हनुमान जी को सिंदूर अर्पित न करें.
- चोला: महिलाओं को हनुमान जी को चोला नहीं चढ़ाना चाहिए.
- मूर्ति का स्पर्श: महिलाओं को हनुमान जी की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. ETV BHARAT एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है.
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