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दिल्ली सहित ओडिशा और विदर्भ में अगले 5 दिनों तक लू चलने की संभावना, उत्तर भारत में भी बढ़ी गर्मी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. गुरुवार को लू चलने और पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान है. अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात, विदर्भ, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, स्काईमेट वेदर के अनुसार, राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण उत्तर प्रदेश के एक या दो हिस्सों में हीट वेव की स्थिति संभव है.

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दिल्ली सहित कई राज्यों में आने वाले दिनों में लू चलने की आशंका
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Published : Apr 27, 2022, 7:29 AM IST

Updated : Apr 27, 2022, 10:23 AM IST

नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो कि सबसे अधिक है और अब लू (हीट वेव) की स्थिति एक छोटे अंतराल के बाद पूरे भारत के अलग-अलग इलाकों में फिर से लौट आई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि ओडिशा और महाराष्ट्र में विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में अगले पांच दिनों के लिए लू की स्थिति देखने को मिल सकती है. इसी तरह, 27 अप्रैल को बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहेगी, 29 अप्रैल तक झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल क्षेत्र में, 27-30 अप्रैल के दौरान गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में लू चलने की उम्मीद है.

इसके अलावा 28-30 अप्रैल के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ और 27 और 27-28 अप्रैल को तेलंगाना में भी यही स्थिति हो सकती है. हालांकि, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, 28-30 अप्रैल के दौरान जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज या बिजली के साथ हल्की या मध्यम छिटपुट वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा 29 और 30 अप्रैल को उत्तराखंड में, जबकि 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में भी ओलावृष्टि की संभावना है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. गुरुवार को लू चलने और पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान है. राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया, जिसमें नजफगढ़ शहर का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस रहा. अफगानिस्तान के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंशिक रूप से बादल छाए रहने से उत्तर पश्चिम भारत में लंबे समय तक चलने वाली लू से कुछ समय के लिए राहत मिली है. हालांकि, अभी जबरदस्त लू चलने की संभावना है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 28 अप्रैल से लू के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

राजस्थान में गर्मी से राहत नहीं, बाडमेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस : राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में मंगलवार को दिन के तापमान में वृद्धि और लू चलने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ. बाडमेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि जैसलमेर में अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री, बीकानेर में 44.1 डिग्री, चूरू में 43.8 डिग्री, फलोदी में 43.6 डिग्री, जोधपुर में 43.2 डिग्री सेल्सियस और अन्य प्रमुख स्थानों पर 43 डिग्री सेल्सियस से लेकर 41.6 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि वहीं राज्य के अधिकांश इलाकों में रात का तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस से लेकर 21.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि आगामी 24 घंटे में राज्य में तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस और बढ़ोतरी होने की संभावना है.

पढ़ें : हाय गर्मी! दिल्ली-NCR में आंधी से तापमान गिरा, 28 से भीषण लू की संभावना, ओडिशा में स्कूल बंद

कई राज्यों में हीट वेव की स्थिति संभव : स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, असम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. गुजरात, विदर्भ, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, स्काईमेट वेदर के अनुसार, राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण उत्तर प्रदेश के एक या दो हिस्सों में हीट वेव की स्थिति संभव है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आसपास के हिस्सों में निचले स्तरों पर बना हुआ है. दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से आंतरिक कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा विदर्भ और मराठवाड़ा से गुजरते हुए फैली हुई है. उत्तर दक्षिण की एक ट्रफ रेखा सिक्किम से पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है.

पढ़ें : पहली बार गर्मी का सामना कर रहे शिशुओं की देखभाल में बरतें ज्यादा सावधानियां

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में चली धूल भरी आंधी : स्काईमेट वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज के साथ धूल भरी आंधी, गरज के साथ छींटे पड़े. तटीय कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़ और केरल के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई. गुजरात बिहार और पश्चिम बंगाल के एक या दो हिस्सों में हीट वेव की स्थिति देखी गई.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम की चेतावनी के लिए चार रंगों के कोड का उपयोग करता है. हरा- कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं, पीला-नजर रखें और अद्यतन रहे, नारंगी तैयार रहें और लाल कार्रवाई करें. शहर में इस साल अप्रैल में लू भरे आठ लू दिन दर्ज किए गए हैं, जो 2010 के बाद सबसे अधिक है. अप्रैल 2010 में लू भरे 11 दिन दर्ज किए गए थे. मैदानों में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक अथवा सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है तब लू जैसे हालात की घोषणा की जाती है. आईएमडी के अनुसार, यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री से अधिक है, तो इसे गंभीर लू जैसी स्थिति घोषित की जाती है. मौसम विभाग ने पहले कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के आसपास के हिस्सों में अप्रैल में अधिक तेज और लगातार लू की स्थिति देखे जाने की संभावना है. भारत में पिछले 122 वर्ष में इस साल सबसे गर्म मार्च महीना देखा गया, जिस दौरान देश के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा.

नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो कि सबसे अधिक है और अब लू (हीट वेव) की स्थिति एक छोटे अंतराल के बाद पूरे भारत के अलग-अलग इलाकों में फिर से लौट आई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि ओडिशा और महाराष्ट्र में विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में अगले पांच दिनों के लिए लू की स्थिति देखने को मिल सकती है. इसी तरह, 27 अप्रैल को बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहेगी, 29 अप्रैल तक झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल क्षेत्र में, 27-30 अप्रैल के दौरान गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में लू चलने की उम्मीद है.

इसके अलावा 28-30 अप्रैल के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ और 27 और 27-28 अप्रैल को तेलंगाना में भी यही स्थिति हो सकती है. हालांकि, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में, 28-30 अप्रैल के दौरान जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज या बिजली के साथ हल्की या मध्यम छिटपुट वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा 29 और 30 अप्रैल को उत्तराखंड में, जबकि 28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में भी ओलावृष्टि की संभावना है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. गुरुवार को लू चलने और पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान है. राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया, जिसमें नजफगढ़ शहर का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस रहा. अफगानिस्तान के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के कारण आंशिक रूप से बादल छाए रहने से उत्तर पश्चिम भारत में लंबे समय तक चलने वाली लू से कुछ समय के लिए राहत मिली है. हालांकि, अभी जबरदस्त लू चलने की संभावना है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 28 अप्रैल से लू के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

राजस्थान में गर्मी से राहत नहीं, बाडमेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस : राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में मंगलवार को दिन के तापमान में वृद्धि और लू चलने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ. बाडमेर में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि जैसलमेर में अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री, बीकानेर में 44.1 डिग्री, चूरू में 43.8 डिग्री, फलोदी में 43.6 डिग्री, जोधपुर में 43.2 डिग्री सेल्सियस और अन्य प्रमुख स्थानों पर 43 डिग्री सेल्सियस से लेकर 41.6 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि वहीं राज्य के अधिकांश इलाकों में रात का तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस से लेकर 21.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि आगामी 24 घंटे में राज्य में तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस और बढ़ोतरी होने की संभावना है.

पढ़ें : हाय गर्मी! दिल्ली-NCR में आंधी से तापमान गिरा, 28 से भीषण लू की संभावना, ओडिशा में स्कूल बंद

कई राज्यों में हीट वेव की स्थिति संभव : स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, असम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. गुजरात, विदर्भ, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, स्काईमेट वेदर के अनुसार, राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण उत्तर प्रदेश के एक या दो हिस्सों में हीट वेव की स्थिति संभव है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के आसपास के हिस्सों में निचले स्तरों पर बना हुआ है. दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से आंतरिक कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा विदर्भ और मराठवाड़ा से गुजरते हुए फैली हुई है. उत्तर दक्षिण की एक ट्रफ रेखा सिक्किम से पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है.

पढ़ें : पहली बार गर्मी का सामना कर रहे शिशुओं की देखभाल में बरतें ज्यादा सावधानियां

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में चली धूल भरी आंधी : स्काईमेट वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज के साथ धूल भरी आंधी, गरज के साथ छींटे पड़े. तटीय कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़ और केरल के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई. गुजरात बिहार और पश्चिम बंगाल के एक या दो हिस्सों में हीट वेव की स्थिति देखी गई.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम की चेतावनी के लिए चार रंगों के कोड का उपयोग करता है. हरा- कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं, पीला-नजर रखें और अद्यतन रहे, नारंगी तैयार रहें और लाल कार्रवाई करें. शहर में इस साल अप्रैल में लू भरे आठ लू दिन दर्ज किए गए हैं, जो 2010 के बाद सबसे अधिक है. अप्रैल 2010 में लू भरे 11 दिन दर्ज किए गए थे. मैदानों में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक अथवा सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है तब लू जैसे हालात की घोषणा की जाती है. आईएमडी के अनुसार, यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री से अधिक है, तो इसे गंभीर लू जैसी स्थिति घोषित की जाती है. मौसम विभाग ने पहले कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के आसपास के हिस्सों में अप्रैल में अधिक तेज और लगातार लू की स्थिति देखे जाने की संभावना है. भारत में पिछले 122 वर्ष में इस साल सबसे गर्म मार्च महीना देखा गया, जिस दौरान देश के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा.

Last Updated : Apr 27, 2022, 10:23 AM IST
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