नई दिल्ली : दवा बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक कोविड-19 के लिए अपने वैक्सीन (टीके) को अगले साल दूसरी तिमाही में पेश करने की योजना बना रही है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि भारतीय नियामक प्राधिकरणों से अपेक्षित मंजूरी मिल जाने की स्थिति में कंपनी की यह योजना है. कंपनी फिलहाल देश के विभिन्न स्थानों पर तीसरे चरण के परीक्षण पर ध्यान दे रही है.
कंपनी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के सहयोग से संभावित टीके कोवैक्सीन को विकसित किया गया है.
भारत बायोटेक इंटरनेशनल के कार्यकारी निदेशक साई प्रसाद ने कहा कि यदि हम परीक्षण के अपने अंतिम चरण में मजबूत प्रायोगिक साक्ष्य और डेटा, प्रभावकारिता तथा सुरक्षा डेटा स्थापित करने के बाद सभी अनुमोदन प्राप्त करते हैं, तो हम 2021 की दूसरी तिमाही में इसे पेश करने का लक्ष्य रखते हैं.
उन्होंने कहा कि कंपनी ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से तीसरे चरण का नैदानिक परीक्षण करने के लिये अनुमोदन प्राप्त करने के बाद तीसरे चरण के परीक्षण के लिये स्थलों की तैयारी शुरू की गई है.
प्रसाद ने कहा कि 13-14 राज्यों में 25 से 30 स्थलों पर आयोजित होने वाले इस चरण में वैक्सीन और प्लेसबो प्राप्तकर्ताओं को दो खुराकें दी जाएंगी. एक अस्पताल में लगभग 2,000 लोगों को पंजीकृत किया जा सकता है.
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वैक्सीन पर निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारा निवेश वैक्सीन के विकास और नई विनिर्माण सुविधाओं के लिये लगभग 350-400 करोड़ रुपये है. इसमें अगले तीन महीनों में चरण 3 नैदानिक परीक्षण के संचालन के लिये हमारा निवेश शामिल हैं. हम सरकारी और निजी दोनों बाजारों के लिए आपूर्ति करना चाहते हैं. हम संभावित आपूर्ति के लिये अन्य देशों के साथ प्रारंभिक चर्चा में भी हैं.
प्रसाद ने कहा कि वैक्सीन की कीमत अभी निर्धारित नहीं की गई है, क्योंकि कंपनी अभी भी उत्पाद विकास की लागत देख रही है. उन्होंने कहा कि हमारा तत्काल ध्यान साइटों पर सफलतापूर्वक चरण 3 का परीक्षण करना है.