नलवाड़ मेलों में घट रही बैलों की संख्या के कारण भविष्य में नाम बदलना रहेगा बेहतर: महेंद्र सिंह ठाकुर
मंडी: हिमाचल प्रदेश में परांपरागत तरीके से खेतों में बैल जोत कर खेती करने की सभ्यता समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है. यही वजह है कि प्रदेश में बरसों से मनाए जाने वाले नलवाड़ मेलों का स्वरूप लगभग खत्म हो चुका है. धीरे-धीरे नलवाड़ मेलों में घट रही बैलों की संख्या के कारण भविष्य में इन मेलों का नाम बदलना बेहतर रहेगा. ये बात मीडिया के साथ अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश के जल शक्ति, बागवानी और सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मंडी जिला के 7 दिवसीय राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पर कही. महेंद्र सिंह ठाकुर ने सुंदरनगर सहित प्रदेश की जनता को नलवाड़ मेले के समापन पर बधाई दी. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि नलवाड़ मेलों में धीरे-धीरे घटती जा रही बैलों की संख्या एक चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में नलवाड़ मेलों पर पुनर्विचार कर इन मेलों का नाम बदल देना ही बेहतर रहेगा. इस अवसर पर प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं विधायक सुंदरनगर राकेश जम्वाल, नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, मेला कमेटी अध्यक्ष धर्मेश रामोत्रा, डीएसपी दिनेश कुमार, तहसीलदार जगदीश शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:21 PM IST