ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने जिलाभर में हो रही चोरी की सिलसिलेवार वारदातों को लेकर सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जब से हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार आई है तब से लोगों का जीना मुहाल हो चुका है. हालत ऐसी है कि लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं. लुटेरे बुलंद हौसलों के साथ लोगों के घरों में लोगों को बंधक बनाकर चोरी को अंजाम दे रहे हैं.
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पेखूबेला, नंगड़ा, जनकौर, कुठार कलां, ऊना शहर समेत कई ऐसे स्थानों पर चोरियों की ऐसी वारदातें सामने आ चुकी हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा व्यवस्था परिवर्तन लेकर सरकार आई है कि आम नागरिक पूरी तरह त्रस्त हो चुके हैं. लुटेरे और चोर पूरी तरह से बुलंद हौसले के साथ वारदातों को अंजाम देने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि हैरत की बात तो ये है कि अभी तक पुलिस एक भी वारदात को सुलझाने में नाकाम रही है.
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से उन घरों को निशाना बनाया जा रहा है जहां पर महिलाएं रहती हो या फिर जिन घरों के लोग किसी समारोह में भाग लेने के लिए घर से बाहर गए हो. उन्होंने सुझाव दिया कि स्थानीय स्तर पर चोरों और नशेड़ी लोगों का आंकड़ा एकत्रित करते हुए पुलिस को इन वारदातों को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बहडाला में आधी रात के समय खुद को पुलिस कर्मचारी बताकर शातिर अपराधी ऐसे घर में घुसते हैं जहां पर मां, बेटी अकेली थी और उन्हें बंधक बनाकर लूटा जाता है, लेकिन पुलिस इस घटना के 5 दिन के बाद भी किसी को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो सकी है.
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि कभी इस प्रकार की घटनाएं बाहरी क्षेत्रों में सुनी जाती थी, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था का 3 महीने के भीतर ऐसा जनाजा निकला है कि लोग अपने घरों में भी जान माल के मामले में सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार सत्ता के मद में चूर है, लेकिन लोग अपनी और अपने जानमाल की सुरक्षा के लिए दर बदर भटकने को मजबूर हो चुके हैं. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के 1 साल के साथ भी यदि मौजूदा सरकार के 3 महीनों की तुलना की जाए तो वर्तमान पिछले 3 महीने में अपराध के मामले भाजपा सरकार के 1 साल के मुकाबले कहीं ज्यादा मिलने वाले हैं.
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