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ऊना में जल शक्ति अभियान को लेकर बैठक, लोगों को पानी के महत्व के बारे में किया जागरूक

बैठक की अध्यक्षता केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की. राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनने में लोगों को जोड़ना आवश्यक है. लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूकता लाना आवश्यक है.

ऊना में जल शक्ति अभियान को लेकर बैठक
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Published : Aug 15, 2019, 1:49 PM IST

ऊना: जल शक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर केंद्र सरकार की टीम ने ऊना खंड की ग्राम पंचायत प्रधानों व सचिवों के साथ बैठक की जिसकी अध्यक्षता केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की.

राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनने में लोगों को जोड़ना आवश्यक है. लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूकता लाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऊना जिला को गिरते भूजल स्तर की समस्या से ग्रस्त (वाटर स्ट्रेस्ड) घोषित किया है और एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे जा रहा है, जो कि बेहद गंभीर स्थिति है और इसके दुष्परिणाम हमें निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे.

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राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को दो चरणों में चलाया जा रहा है. पहला चरण 15 सितंबर तक सभी राज्यों में और दूसरे चरण के तहत एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक उन जिलों में चलेगा जहां लौटते हुए मानसून में बारिश होती है. अभियान के दौरान पानी बचाने व वर्षा जल संग्रहण, परंपरागत जल स्रोतों के नवीनीकरण, अंडर वाटर रिचार्ज के लिए संरचना निर्माण व रख-रखाव, वाटरशेड विकास और पौधारोपण पर फोकस रहेगा.

परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना संजीव ठाकुर ने कहा कि कोई भी काम जन भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है. जल शक्ति अभियान में भी सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के साथ-साथ उनका संरक्षण भी करना चाहिए.

ये भी पढ़े: हिमाचल पुलिस के तीन अधिकारियों मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक, 15 अगस्त को होंगे सम्मानित

ऊना: जल शक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर केंद्र सरकार की टीम ने ऊना खंड की ग्राम पंचायत प्रधानों व सचिवों के साथ बैठक की जिसकी अध्यक्षता केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की.

राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनने में लोगों को जोड़ना आवश्यक है. लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूकता लाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऊना जिला को गिरते भूजल स्तर की समस्या से ग्रस्त (वाटर स्ट्रेस्ड) घोषित किया है और एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे जा रहा है, जो कि बेहद गंभीर स्थिति है और इसके दुष्परिणाम हमें निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे.

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राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को दो चरणों में चलाया जा रहा है. पहला चरण 15 सितंबर तक सभी राज्यों में और दूसरे चरण के तहत एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक उन जिलों में चलेगा जहां लौटते हुए मानसून में बारिश होती है. अभियान के दौरान पानी बचाने व वर्षा जल संग्रहण, परंपरागत जल स्रोतों के नवीनीकरण, अंडर वाटर रिचार्ज के लिए संरचना निर्माण व रख-रखाव, वाटरशेड विकास और पौधारोपण पर फोकस रहेगा.

परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना संजीव ठाकुर ने कहा कि कोई भी काम जन भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है. जल शक्ति अभियान में भी सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के साथ-साथ उनका संरक्षण भी करना चाहिए.

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Intro:स्लग-- ऊना में जल शक्ति अभियान को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों व सचिवों हुई बैठक, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की बैठक की अध्यक्षता, कहा जल शक्ति अभियान को सफल बनाने में आम जनता की भागीदारी आवश्यक।Body:एंकर-- जल शक्ति अभियान को सफल बनानेे को लेेेकर केंद्र सरकार की टीम ने ऊना खंड की ग्राम पंचायत प्रधानों व सचिवों के साथ बैैैठक जिसकी अध्यक्षता केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की।
राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान तब तक सफल नहीं बन सकता है, जब तक लोग इस बात को न समझें कि पानी को बर्बाद होने से बचाना हम सब की जिम्मेदारी है। लोग पानी की बर्बादी को चर्चा का विषय बनाएं, ताकि पानी के महत्व के बारे में लोग जागरूक हो

वीओ--- 1 ऊना में विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों और सचिवों से जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण करना है। बैठक की अध्यक्षता इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार ने की । उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान को सफल बनने में लोगों को जोड़ना आवश्यक है। लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूकता लाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऊना जिला को गिरते भूजल स्तर की समस्या से ग्रस्त (वॉटर स्ट्रेस्ड) घोषित किया है और एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे जा रहा है, जोकि बेहद गंभीर स्थिति है और इसके दुष्परिणाम हमें निकट भविष्य में देखने को मिलेंगे। राजीव कुमार ने कहा कि इसी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने जल शक्ति अभियान की शुरूआत की है।
राजीव कुमार ने कहा कि जल शक्ति अभियान को दो चरणों में चलाया जा रहा। पहला चरण 15 सितंबर तक सभी राज्यों में और दूसरे चरण के तहत एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक उन जिलों में चलेगा जहां लौटते हुए मानसून में बारिश होती है। अभियान के दौरान पानी बचाने व वर्षा जल संग्रहण, परंपरागत जल स्रोतों के नवीनीकरण, अंडर वॉटर रिचार्ज के लिए संरचना निर्माण व रख-रखाव, वॉटरशेड विकास तथा पौधारोपण पर फोकस रहेगा। गांवों में सोक पिट बनाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा सामुदायिक सोक पिट के निर्माण की बात कही। साथ ही किसानों को भी सिंचाई की आधुनिक तकनीकों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए ताकि खेती बाड़ी में कम पानी इस्तेमाल हो।
वहीं परियोजना अधिकारी डीआरडीए ऊना संजीव ठाकुर ने कहा कि कोई भी काम जन भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। जल शक्ति अभियान में भी सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के साथ-साथ उनका संरक्षण भी करना चाहिए। जल शक्ति अभियान की टीम ने केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार के नेतृत्व में फील्ड निरीक्षण भी किया। टीम ने लमलैहड़ी, डठवाड़ा, बदोली, कोटला कलां अप्पर व झंबर का दौरा किया । केंद्रीय टीम ने ऊना जिला में चल रहे काम पर संतोष प्रकट किया।

बाइट--राजीव कुमार ( सयुंक्त सचिव)
Rajeev kumar byteConclusion:
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