ऊना: ऊना पुलिस ने अदालत के निर्देश पर महिला आईएएस अधिकारी ऊना की पूर्व एसडीएम और एडीएम बिलासपुर डॉ. निधि पटेल समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. दरअसल रक्कड़ कॉलोनी वार्ड-2 निवासी दलविंद्र सिंह ने बाइक को बेचने में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है.
पुलिस को दी शिकायत में दलविंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल 30 जनवरी 2021 को कांगड़ा जिले की पालमपुर तहसील के ठाकुरद्वारा के तहत पड़ते खलेट गांव निवासी राजीव सिंह को 1 लाख 70 हजार रुपए में बेची थी. मौके पर राजीव सिंह ने दलविंदर सिंह को करीब एक लाख रुपए का भुगतान तो कर दिया, लेकिन शेष बचे पैसे उसने दलविंदर सिंह को नहीं दिए गए.
शिकायतकर्ता कहना है कि राजीव सिंह के साथ मिलीभगत करते हुए नोटरी पब्लिक हरमनजीत बेदी और रीजनल लाइसेंस अथॉरिटी एवं तत्कालीन एसडीएम डॉ. निधि पटेल ने जाली दस्तावेज तैयार कर पैसों का लेनदेन पूरा होने से पहले ही उनकी बाइक को राजीव सिंह के नाम कर दी. शिकायतकर्ता का आरोप है कि अब बाइक रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद राजीव पैसों का भुगतान करने के लिए तैयार नहीं हो रहा है.
डीएसपी हेडक्वार्टर अजय ठाकुर ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि पुलिस ने दलविंदर सिंह की शिकायत के आधार पर राजीव सिंह, हरमनजीत बेदी और ऊना की पूर्व एसडीएम और वर्तमान में बिलासपुर की एडीएम डॉ. निधि पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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