ऊना: कोराना काल में 92 साल की बुजुर्ग ने जंग जीतकर कोरोना से लड़ रहे लोगों का हौसला बढ़ा दिया है. बुजुर्ग महिला ने मात्र 10 दिनों में कोरोना को मात दी. डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग महिला ने होम क्वांरटाइन का सख्ती से पालन किया.
जानकारी के मुताबिक बंगाणा उपमंडल में 92 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने होम क्वांरटाइन में रहकर कोरोना को मात दी, 14 जून को बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. 10 दिन में ही उन्होंने कोरोना को हरा दिया. 24 जून को जब दोबारा टेस्ट हुआ तो रिपोर्ट निगेटिव आई. सीएमओ डॉ. रमन कुमार शर्मा ने बताया कि महिला का बेटा दो जून को मुंबई से लौटा था. आठ जून को लिए सैंपल में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
होम क्वांरटाइन का किया पालन
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया था, जबकि पूरे परिवार को होम क्वांरटाइन किया था. महिला की आयु को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें होम क्वांरटाइन करने का फैसला लिया था. डॉक्टरों की सही देखभाल और होम क्वांरटाइन के नियमों का सख्ती से पालन करने से वृद्ध महिला ने कोरोना को हरा दिया. उन्होंने कहा कि वृद्ध महिला के परिवार में बहू और दोनों पोतियां भी संक्रमित हुई. सभी की रिपोर्ट 14 जून को पॉजिटिव आई थी.
एक पोती अभी भी पॉजिटिव
अब परिवार में एक पोती को छोड़कर बाकी सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. महिला के बेटे की रिपोर्ट 18 जून को नेगेटिव आई थी. सीएमओ ने कहा कि डॉ. अतुल और उनकी टीम ने नियमित रूप से पूरे परिवार की जांच की. रमन कुमार ने कहा कि 92 वर्षीय महिला का कोरोना को मात देना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि है. अगर मरीज होम क्वांरटाइन में नियमों का सही ढंग से पालन करे तो कोरोना को हराया जा सकता है. क्वांरटाइन में घबराने की कोई जरूरत नहीं. बस अपना मनोबल न गिरने दें.
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