सोलन: हिमाचल व हरियाणा सीमावर्ती क्षेत्र के गांव शाहपुर में डायरिया फैलने से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा प्रवासी मजदूरों का सरकारी अस्पतालों में उपचार चल रहा है. सभी मजदूर हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के उद्योगों में काम करते हैं.
बता दें कि बद्दी हरियाणा सीमा पर स्थित शाहपुर गांव में मजदूर झुग्गी झोपड़ियों में किराए पर रहते हैं. जानकारी के अनुसार लोगों ने आसपास के ही किसी प्राकृतिक स्रोतों से पानी पिया जिस कारण बीते मंगलवार की रात से दर्जनों प्रवासी बीमारी की चपेट में आ गए. उल्टी व दस्त लगने पर लोगों ने बद्दी सीएचसी वह निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया.
डायरिया फैलने की खबर मिलते ही हिमाचल वह हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और शाहपुर गांव जाकर डायरिया से पीड़ित लोगों को अस्पताल पहुंचाया. मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के कर्मी मामले की जांच के लिए शाहपुर पहुंचे और दवाइयां वितरित करते हुए पानी के सैंपल भी भरे गए.
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वहीं हरियाणा से आए डॉक्टरों ने बताया कि जैसे ही उन्हें यह सूचना मिली कि डायरिया के मरीज शाहपुर में बढ़ते जा रहे हैं मामले की गंभीरता को देखते हुए उनकी एक टीम ने शाहपुर में जाकर सभी झुग्गियों में रह रहे मरीजों के सैंपल एकत्रित किए और साथ ही पीने के पानी के भी सैंपल भरे और जिन मरीजों की हालत गंभीर पाई गई उन्हें पीजीआई और इमरजेंसी 32 को रेफर किया गया.
उन्होंने बताया कि फिलहाल दो मरीजों की मृत्यु हुई है जिसमें एक 10 वर्षीय बच्ची भावना वह ढाई वर्षीय ललिता शामिल है. फिलहाल बाकी सभी मरीज खतरे से बाहर हैं और उन्हें जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा. वहीं, नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि तकरीबन 23 मामले नालागढ़ अस्पताल में उपचाराधीन है जिनका इलाज किया जा रहा है. सभी लोग खतरे से बाहर हैं.
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