कसौली/सोलनः जिला के विकास खण्ड धर्मपुर की हुडंग(कंडा) के प्रधान और कसौली-गड़खल पंचायत के उपप्रधान ने छठी बार गोपनीयता की शपथ ली है. खास बात यह है कि यह दोनों लगातार अपनी पंचायत से छठी बार प्रतिनिधि चुनकर आए है. हालांकि, इस बार इन दोनों को विरोधियों की कड़ी टक्कर के बीच से गुजरने के बाद स्थानीय लोगों ने पुनः इन्हें प्रधान व उपप्रधान चुने है.
क्या कहना है छठीं बार विजेता हुडंग प्रधान लक्ष्मी देवी का
खास बातचीत के दौरान लगातार छठीं बार हुडंग प्रधान बनी लक्ष्मी देवी ने कहा कि वह अपनी पंचायत के चहुमुखी विकास के लिए जनता की ओर से चुनी जा रही है. हुडंग पंचायत की जनता बार-बार जो विश्वास दिखा रही है उस पर वह हर बार खरा उतरने का प्रयास करती है. हुडंग पंचायत के विकास व जनता के कार्य करवाने के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है.
30 साल की उम्र में बनीं थी प्रधान
उन्होंने कहा कि पहली बार जब वह प्रधान चुनी गई थी तो उनका एक ही मकसद था कि वह अंतिम स्तर तक कार्य करें. उन्होंने बताया कि वह सबसे पहले 30 वर्ष की उम्र में प्रधान पद की उम्मीदवार बनकर चुनावी मैदान में आई थी. उस समय पहली बार हुडंग पंचायत के प्रधान पद की सीट महिला के लिए आरक्षित हुई थी. पंचायत को विकास की ओर अग्रसर करने के लिए सन 1995 में कांटे की टक्कर के साथ पहली बार 60 वोट से जीतकर प्रधान बनीं.
इसके पश्चात सन 2000 में 450, तीसरी बार 2005 में फिर 60 वोट, 2010 में 110 व 2015 में लगातार पांचवीं बार 25 वोटों से जीतकर प्रधान बनी, लेकिन लोगों की लक्ष्मी देवी की ईमानदारी का आशीर्वाद 2021 के चुनावों में फिर दे दिया और प्रधान पद की कमान फिर लक्ष्मी देवी के हाथ मे सौप दी. लक्ष्मी देवी ने बताया कि लोगों द्वारा लगातार उन्हें इस प्रकार से प्रधान बनाने से जनता की तागत मिल रही है और अपनी पंचायत के चहुमुखी विकास के लिए आगे बढ़ रही है.
श्याम लाल ठाकुर छठी बार बने प्रधान
वहीं, विकास खण्ड धर्मपुर की पंचायत कसौली-गड़खल में श्याम लाल ठाकुर ने भी लगातार छठी बार उपप्रधान पद की शपथ ली है. लगातार विकास को लेकर लोगों की ओर से उनका चयन किया जा रहा है. श्याम लाल ठाकुर ने कहा कि उनका उपप्रधान बनने का उद्देश्य केवल एक ही है कि वह अपनी पंचायत को विकास के लिए आगे आ रहे है. उन्होंने खास बातचीत के दौरान कहा कि विकास खण्ड की यह पंचायत पर्यटन नगरी कसौली के साथ लगती है. पर्यटन की दृष्टि से भी वह पंचायत को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे.
श्याम लाल ने बताया कि 1997 में कसौली-गड़खल पंचायत में पुनः चुनाव हुए थे. वह निर्विरोध उपप्रधान चुने गए थे. उस समय वह भी 30 वर्ष के थे. इसके पश्चात सन 2000 में 375 मत, 2005 में वार्ड का चुनाव लड़ने के पश्चात सभी वार्ड सदस्यों ने उपप्रधान, 2010 में 617 वोट, 2015 में 438 वोटों से जीते और उपप्रधान बने थे, वहीं 2021 में कांटे की टक्कर के बाद 63 वोटों से जीतकर उपप्रधान बने है. उन्होंने कहा कि इस बार विकास का मुद्दा उन लोगों को मकान दिलाना है, जोकि भूमिहीन है. इसके लिए वह हर सम्भव प्रयास करने के लिए तैयार है.
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