नालागढ़: पुलिस थाना नालागढ़ में नाबालिग बच्चे को पीटने के मामले में सैकड़ों लोगों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए नाराबाजी कर रोष प्रकट किया. बच्चे के परिजनों व लोगों ने बुधवार को पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए एसएचओ व एएसआई पर कार्रवाई की बजाए मामले को नजर अंदाज करने के आरोप लगाए.
एसडीएम व डीएसपी के को झेलना पड़ा लोगों का रोष
इस दौरान लोगों की एसडीएम व डीएसपी के साथ खूब बहस भी हुई. लोगो नें सवाल उठाया कि एसएचओ खुद मामले की तफ्तीश कैसे कर रहा है, जबकि उसके खिलाफ शिकायत हुई है. जिस पर एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल ने लोगों को शांत करवाते हुए आश्वासन दिया और कहा कि इस मामले में कार्रवाई के लिए जिला पुलिस बद्दी अधीक्षक रोहित मालपानी को एक लिखित पत्र भेज दिया गया है और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए है.
दो दिनों से पुलिस दे रही जांच का आश्वासन
लोगों का कहना है कि दो दिनों से पुलिस सिर्फ जांच का आश्वासन दे रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नही हुई है. जो कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर कईं सवाल खड़े कर रहा है. पीड़ित की मां रेनू शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दो दिनों से पुलिस शिकायत वापिस लेने व झुठा केस बनाने की भी कोशिश कर रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नही की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेवारी नालागढ़ पुलिस व स्थानीय प्रशासन की होगी.
ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव में हुई एकतरफा जीत, अब चारों MC में भी लहराएगा भगवा: सुरेश कश्यप
क्या था मामला ?
शनिवार को नाबालिग बच्चा दत्तोवाल से गाड़ी में तेल भरा कर वापिस आ रहा था. इस दौरान पुलिस ने गाड़ी को रोकने की कोशिश की तो बच्चे ने मौके से गाड़ी भगा ली और वापिस घर लौट आया. जिसके बाद पुलिस बच्चे को लेकर थाने पहुंची.
पुलिस प्रशीसन पर आरोप
बीते शनिवार को सोलह साल के कृष्णामंशु को पुलिस स्टेशन बुलाकर एसएचओ निर्मल दास व एएसआई हरजीत सिंह ने पट्टों से पीटकर थाने में कई चक्कर लगवाए थे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे के पैर व शरीर पर जख्म के गहरे निशान हैं. जो कि पुलिस की बर्बरता को दिखा रहा है. जिला पुलिस बद्दी एएसपी नरेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें: सुंदरनगर MLA ने अरठी पंचायत को दी करोड़ों की सौगात, बोले: सरकार ने हर वर्ग का रखा ख्याल