कसौली: कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर कुमारहट्टी में उड़ रहे धूल-मिट्टी के गुब्बार से हर कोई परेशान हो गया है. फोरलेन निर्माण कार्य चलने से उड़ रही धूल-मिट्टी से लोगों पर भयानक बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है.
स्थानीय दुकानदारों का सामान भी धूल से खराब हो रहा है, लेकिन फोरलेन निर्माता कंपनी द्वारा उड़ रही धूल-मिट्टी पर ना तो पानी का छिड़काव किया जा रहा है और ना ही सड़क को पक्का करने की कोशिश की जा रही है.
बता दें कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर परवाणू से सोलन तक प्रथम चरण में इन दिनों काम चला हुआ है. जिसके तहत परवाणु सोलन के बीच सनवारा व कुमारहट्टी में फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है.
फ्लाईओवर निर्माण से अधिक परेशानी लोगों को कुमारहट्टी में आ रही है. पिल्लर लगाने के लिए खोदी गई सड़क के बाद इस सड़क को अभी तक पक्का नहीं किया गया हैं, जिससे लगभग 200 मीटर का पेच पूरी तरह से खराब पड़ा है. साथ ही मार्ग पर लगे पेड़-पौधे के पत्ते भी धूल से ढक गए हैं.
गौर रहे कि साल 2019 की बरसात में यहां पर जाम लगने का बड़ा कारण भी फ्लाईओवर निर्माण था. फ्लाईओवर निर्माण के लिए पिल्लर लगाने को लेकर खोदी गई सड़क से यहां पर सड़क का लेबल ऊपर-नीचे हो गया था, जिससे यहां पर लोगों को कई घंटों तक जाम में खड़ा रहना पड़ा था. वहीं, अधिक बारिश होने पर मार्ग दलदल बन जाता है, जबकि मौसम साफ होने पर लोगों को धूल-मिट्टी में रहना पड़ता है.
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