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SOLAN : मिड- डे -मील महिला वर्करों ने किया उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, जानिए क्या की मांग

सोलन में मंगलवार को सीटू ( (situ))के बैनर तले मिड- डे -मील महिला वर्करों (Mid-day-meal women workers)ने अपनी तनख्वाह समय से न देने पर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद (raised voice against government)की. इस दौरान उपायुक्त कार्यालाय(Deputy Commissioner Office)) के बाहर प्रदर्शन किया गया.मिड -डे- मील वर्करों का कहना है कि उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी (salary) नहीं मिल रही.

Mid-day-meal women workers
उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
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Published : Nov 23, 2021, 4:11 PM IST

Updated : Nov 23, 2021, 6:11 PM IST

सोलन: सीटू (situ)के बैनर तले मिड -डे- मील वर्करों (mid-day-meal workers)ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया(Protest). उपायुक्त कार्यालय(Deputy Commissioner Office) के बाहर मिड- डे -मील महिला वर्करों (Mid-day-meal women workers)ने अपनी तनख्वाह समय से न देने पर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की. मिड -डे- मील वर्करों का कहना है कि उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी (salary) नहीं मिल रही और सरकार मल्टी टास्क वर्करों (multitask workers)के पद स्कूलों में भरने वाली उसमें उन्हें पहली प्राथमिकता दी जाए.

सीटू के जिला सचिव मोहित वर्मा (CITU District Secretary Mohit Verma)ने बताया कि मिड -डे मील वर्कर यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. जिसके माध्यम से उन्होंने सरकार से मांग की है कि मिड- डे मील वर्करों को पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिली वह उन्हें दी जाए. वहीं, सरकार स्कूलों में जो मल्टी टास्क वर्कर के पद भरने वाली है. उनकी मांग है कि वह 15 -18 सालों से कार्य कर रहे. ऐसे में उन्हें मल्टी टास्क वर्कर के रूप में पहली प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि मिड -डे मील वर्कर 2300 रुपए मानदेय लेकर अपना घर चलाते ,लेकिन त्योहारों के सीजन में भी उन्हें सैलरी नहीं मिली.

मिड -डे -मील वर्करों का कहना है कि वह स्कूल में सफाई करना, पानी भरना आदि काम करती ,लेकिन उनका वेतन फिर भी सरकार नहीं दे पा रही.उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकार वेतन नहीं दे पा रही तो मल्टी टास्क वर्करों को किस तरह से सरकार वेतन दे पाएगी. उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी यदि सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती तो आगामी समय में प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.

ये भी पढ़ें :शिमला के समरहिल इलाके में फंदे से लटकता मिला जिला परिषद सदस्य का शव, जांच में जुटी पुलिस

सोलन: सीटू (situ)के बैनर तले मिड -डे- मील वर्करों (mid-day-meal workers)ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया(Protest). उपायुक्त कार्यालय(Deputy Commissioner Office) के बाहर मिड- डे -मील महिला वर्करों (Mid-day-meal women workers)ने अपनी तनख्वाह समय से न देने पर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की. मिड -डे- मील वर्करों का कहना है कि उन्हें पिछले 3 महीनों से सैलरी (salary) नहीं मिल रही और सरकार मल्टी टास्क वर्करों (multitask workers)के पद स्कूलों में भरने वाली उसमें उन्हें पहली प्राथमिकता दी जाए.

सीटू के जिला सचिव मोहित वर्मा (CITU District Secretary Mohit Verma)ने बताया कि मिड -डे मील वर्कर यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. जिसके माध्यम से उन्होंने सरकार से मांग की है कि मिड- डे मील वर्करों को पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिली वह उन्हें दी जाए. वहीं, सरकार स्कूलों में जो मल्टी टास्क वर्कर के पद भरने वाली है. उनकी मांग है कि वह 15 -18 सालों से कार्य कर रहे. ऐसे में उन्हें मल्टी टास्क वर्कर के रूप में पहली प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा कि मिड -डे मील वर्कर 2300 रुपए मानदेय लेकर अपना घर चलाते ,लेकिन त्योहारों के सीजन में भी उन्हें सैलरी नहीं मिली.

मिड -डे -मील वर्करों का कहना है कि वह स्कूल में सफाई करना, पानी भरना आदि काम करती ,लेकिन उनका वेतन फिर भी सरकार नहीं दे पा रही.उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकार वेतन नहीं दे पा रही तो मल्टी टास्क वर्करों को किस तरह से सरकार वेतन दे पाएगी. उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी यदि सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती तो आगामी समय में प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.

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Last Updated : Nov 23, 2021, 6:11 PM IST
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