सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन में स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्विद्यालय नौणी में गंदा पानी पीने से पीलिया फैल गया है. नौणी विश्वविद्यालय के छात्रों का आरोप है कि गंदा पानी पीने की वजह से एक छात्रा की भी मौत हो चुकी है जबकि 10 से अधिक छात्र पीलिया की चपेट में है. वहीं, जब नौणी विश्विद्यालय प्रशासन से इस बारे में बात की तो उनकी तरफ से इस बात को नकारा गया है, हालांकि विश्विद्यालय प्रशासन ने माना कि विश्वविद्यालय में पीलिया के मामले बढ़े हैं.
विश्वविद्यालय के बच्चों का कहना है कि प्रशासन को इसके बारे में पहले से अवगत करवाया गया था लेकिन प्रशासन ने इस बारे में ध्यान नहीं दिया और इसकी वजह से किसी को अपनी जान गंवानी पड़ी है. वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन लगातार छात्रों से बात करके इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहा है. कॉलेज के डीन प्रोफेसर और एचओडी लगातार छात्रों से बात कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो यह सब नहीं होता और छात्रों को सड़कों पर न उतरना पड़ता. विश्वविद्यालय के छात्र प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि विश्वविद्यालय में लगे प्यूरीफायर को ठीक ना करके उसे चेंज किया जाए. वहीं, जिस तरह पानी की टंकियां यहां पर खुली हैं और उसमें बंदर लगातार आकर पानी पीते हैं उसे भी ढका जाए. छात्रों का कहना है कि पिछले डेढ़ से 2 महीने में करीब 30 से 40 बच्चे पीलिया का शिकार हुए हैं ऐसे में प्रशासन को इसके बारे में ध्यान देना चाहिए.
बता दें कि नौणी विश्वविद्यालय के छात्र दूषित पानी को बोतलों में भरकर सड़क पर उतरे हुए हैं और बैनरों के माध्यम से प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार सुबह से ही प्रदर्शन चला हुआ है. फिलहाल प्रदर्शन को लेकर छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन आमने सामने हैं और इसको लेकर बात की जा रही है. वहीं नौणी विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि पीलिया के मामले जब सामने आना शुरू हुए थे तो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उचित कदम तुरंत उठाए गए हैं. विश्विद्यालय प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अपील की है कि धरना प्रदर्शन को बंद करें और आराम से बातचीत के जरिए इस बात के समाधान पर बात करें. खैर अब देखना होगा कि छात्रों का ये प्रदर्शन कब तक जारी रहेगा.
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