सोलन: कृषि पर्यावरण विकास सोसाइटी की ओर से शुक्रवार को डॉ. वाईएस परमार विश्वविद्यालय में कृषि, पर्यावरण एवं संबंधित विज्ञान में उद्यान प्रगति पर आधारित एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई. इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया. इस सम्मेलन में 15 राज्यों और पांच देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि लोगों को मधुमक्खी पालन, जड़ी-बूटियों की खेती, कृषि, मुर्गी पालन और पशुपालन जैसी गतिविधियां अपनाने के प्रति प्रेरित किया जाना चाहिए. जिससे फसल न होने की स्थिति में किसानों को आय के वैकल्पिक साधन उपलब्ध हो सकें.
राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में नवीनतम प्रौद्योगिकी और सही नीतियां एक समान वैश्विक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं. राज्यपाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर एक ऐसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए, जिससे प्रत्येक व्यक्ति को पेट भर भोजन मिल सके और प्राकृतिक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना गरीबी को भी काफी हद तक कम किया जा सके.
राज्यपाल ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए सिंचाई की नई तकनीकों का भी प्रयोग किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा किकृषि से जुड़े अन्य पहलुओं जैसे फसल उपरान्त प्रबन्धन और भण्डारण क्षमता बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. राज्यपाल ने ग्लोबल वार्मिंग पर भी चिंता जताते हुए कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए सभी को प्राकृतिक स्त्रोतों को बचाने के लिए आगे आना चाहिए.