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पहल: ग्रामीण कर रहे प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण, रेणुका-नाहन मार्ग पर लोगों ने संवारी बावड़ी - सिरमौर में बावड़ी

जल सरंक्षण को लेकर चलाए गए जल शक्ति अभियान के अब अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने लगे हैं. जिला सिरमौर में विशेष तौर पर लोगों ने अपने प्राकृतिक जल स्रोतों को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाना शुरू कर दिया है.

conserving natural water resources in kyaratu nahan
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Published : Nov 13, 2019, 11:28 AM IST

Updated : Nov 13, 2019, 11:57 AM IST

नाहन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल सरंक्षण को लेकर चलाए गए जल शक्ति अभियान के अब अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने लगे हैं. जिला सिरमौर में विशेष तौर पर लोगों ने अपने प्राकृतिक जल स्रोतों को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाना शुरू कर दिया है.

दरअसल सिरमौर जिला के रेणुका जी-नाहन मार्ग के साथ छोटा सा गांव क्यारटू स्थित है. याहां पर सड़क के साथ चट्टानों से पानी आता है. इससे एक प्राचीन बावड़ी बनी थी, जो कि खस्ता हालत में थी. रेणुका जी जाने वाले पर्यटक भी यहां रुककर पानी भरते हैं. इस बावड़ी का ग्रामीणों ने जल शक्ति अभियान के तहत जीर्णोधार किया. बावड़ी को छत बनाकर ढका गया और इसे स्वच्छ रखने के लिए चारों और लोहे की जाली लगाई.

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साथ ही टाइलें लगाकर इसे आकर्षक बनाया गया. इसके अलावा पानी के लिए एक नल बाहर लगा दिया गया, ताकि बावड़ी का पानी दूषित न हो. पशुओं के लिए अलग से साथ में व्यवस्था की गई है. साथ ही व्यर्थ पानी के लिए नालियां बनाकर उन्हें सिंचाई के लिए रखा गया है.

स्थानीय निवासी आशीष ने बताया कि पहले यह बावड़ी खस्ता हालत में थी. जल शक्ति अभियान के बाद इसे सुधारा गया है और अब यह आकर्षक और स्वच्छ हो गई है. वहीं, पर्यटक संजीव कपूर ने बताया कि इस मार्ग से कई पर्यटक रेणुका जी जाते हैं. अब बावड़ी के स्वच्छ व सुंदर बनने से सभी को लाभ मिलेगा.

उधर, एक अन्य स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि यह प्राचीन बावड़ी है, जो कि बहुत खराब हालत में थी. सभी ने मिलकर इसे साफ किया और अब यह स्वच्छ हो गई है. इसमें पशुओं के पानी के लिए अलग से व्यवस्था की गई है. साथ में हैंड पंप भी लगा है. इससे पानी का कोई संकट यहां नहीं रहा.

उल्लेखनीय है कि जल संरक्षण अभियान के तहत ग्रामीण स्तर पर लोग पंचायत के साथ मिलकर प्राकृतिक जल स्त्रोतों के सरंक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और अपने जल के साधनों को स्वच्छ बनाने में जुटे हुए हैं.

ये भी पढ़ें: पांवटा साहिब गुरुद्वारे में कवि दरबार का आयोजन, सिख ही नहीं हिंदू और मुस्लिम भी करते हैं कविता पाठ

नाहन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल सरंक्षण को लेकर चलाए गए जल शक्ति अभियान के अब अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने लगे हैं. जिला सिरमौर में विशेष तौर पर लोगों ने अपने प्राकृतिक जल स्रोतों को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाना शुरू कर दिया है.

दरअसल सिरमौर जिला के रेणुका जी-नाहन मार्ग के साथ छोटा सा गांव क्यारटू स्थित है. याहां पर सड़क के साथ चट्टानों से पानी आता है. इससे एक प्राचीन बावड़ी बनी थी, जो कि खस्ता हालत में थी. रेणुका जी जाने वाले पर्यटक भी यहां रुककर पानी भरते हैं. इस बावड़ी का ग्रामीणों ने जल शक्ति अभियान के तहत जीर्णोधार किया. बावड़ी को छत बनाकर ढका गया और इसे स्वच्छ रखने के लिए चारों और लोहे की जाली लगाई.

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साथ ही टाइलें लगाकर इसे आकर्षक बनाया गया. इसके अलावा पानी के लिए एक नल बाहर लगा दिया गया, ताकि बावड़ी का पानी दूषित न हो. पशुओं के लिए अलग से साथ में व्यवस्था की गई है. साथ ही व्यर्थ पानी के लिए नालियां बनाकर उन्हें सिंचाई के लिए रखा गया है.

स्थानीय निवासी आशीष ने बताया कि पहले यह बावड़ी खस्ता हालत में थी. जल शक्ति अभियान के बाद इसे सुधारा गया है और अब यह आकर्षक और स्वच्छ हो गई है. वहीं, पर्यटक संजीव कपूर ने बताया कि इस मार्ग से कई पर्यटक रेणुका जी जाते हैं. अब बावड़ी के स्वच्छ व सुंदर बनने से सभी को लाभ मिलेगा.

उधर, एक अन्य स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि यह प्राचीन बावड़ी है, जो कि बहुत खराब हालत में थी. सभी ने मिलकर इसे साफ किया और अब यह स्वच्छ हो गई है. इसमें पशुओं के पानी के लिए अलग से व्यवस्था की गई है. साथ में हैंड पंप भी लगा है. इससे पानी का कोई संकट यहां नहीं रहा.

उल्लेखनीय है कि जल संरक्षण अभियान के तहत ग्रामीण स्तर पर लोग पंचायत के साथ मिलकर प्राकृतिक जल स्त्रोतों के सरंक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और अपने जल के साधनों को स्वच्छ बनाने में जुटे हुए हैं.

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Intro:-रेणुका-नाहन मार्ग पर गांव क्यारटू के लोगों ने संवारी प्राचीन बावड़ी
नाहन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल सरंक्षण को लेकर जो जल शक्ति अभियान चलाया है, उसके अब अच्छे परिणाम भी देखने को मिलने लगे हैं। सिरमौर जिला में तो विशेष तौर पर लोगों ने अपने प्राकृतिक जल स्त्रोतों को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाना शुरू कर दिया है।Body:दरअसल सिरमौर जिला के रेणुका जी-नाहन मार्ग के साथ छोटा सा गांव क्यारटू स्थित है, जहां पर सड़क के साथ चट्टानों से पानी आता है और उससे एक प्राचीन बावड़ी बनी थी, जोकि खस्ता हालत में थी। रेणुका जी जाने वाले पर्यटक भी यहां रुककर पानी भरते हैं। इस गांव के लोगों ने जल शक्ति अभियान के तहत इस बावड़ी का जीर्णोधार किया। इस बावड़ी को छत बनाकर ढका गया। टाइलें लगाकर इसे आकर्षक बनाया गया और इसे स्वच्छ रखने के लिए चारों और लोहे की जाली लगाई। साथ ही पानी के लिए एक नल बाहर लगा दिया गया, ताकि बावड़ी का पानी दूषित न हो। पशुओं के लिए अलग से साथ में व्यवस्था की गई है। साथ ही व्यर्थ पानी के लिए नालियां बनाकर उन्हें सिंचाई हेतु रखा गया है।
स्थानीय निवासी आशीष ने बताया कि पहले यह बावड़ी खस्ताहालत में थी। जल शक्ति अभियान के बाद इसे सुधारा गया है और अब यह आकर्षक व स्वच्छ हो गई है।
बाइट 1: आशीष, स्थानीय निवासी
वहीं पर्यटक संजीव कपूर ने बताया कि इस मार्ग से अनेक पर्यटक रेणुका जी जाते हैं और अब यह बावड़ी स्वच्छ व सुंदर बन गई है। इससे सभी को लाभ मिलेगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ही सफल हो पाया है।
बाइट 2: संजीव कपूर, पर्यटक
उधर एक अन्य स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि यह प्राचीन बावड़ी है, जोकि बहुत खराब हालत में थी। सभी ने मिलकर इसे साफ किया और अब यह स्वच्छ हो गई है। इसमें पशुओं के पानी के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। साथ में हैंड पंप भी लगा है। इससे पानी का कोई संकट यहां नहीं रहा।
बाइट 3: स्थानीय ग्रामीणConclusion:उल्लेखनीय है कि जल संरक्षण अभियान के तहत ग्रामीण स्तर पर लोग पंचायत के साथ मिलकर अपने प्राकृतिक जल स्त्रोतों के सरंक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और अपने जल के साधनों को स्वच्छ बनाने में जुटे हुए हैं।
Last Updated : Nov 13, 2019, 11:57 AM IST
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