पांवटा साहिब: एक और कुदरत का कहर तो दूसरी और प्रशासन की बड़ी लापरवाही पीड़ा से तड़प रहे मरीज पर भारी पड़ी. शिलाई क्षेत्र के सतौन कच्ची ढांक पर भारी भूस्खलन होने के कारण फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने किलोड पुल बड़ी गाड़ियों के लिए बंद कर दिया है. इस वजह से 108 एंबुलेंस के चालक को 15 किलोमीटर के आसपास ज्यादा चलना पड़ा.
नेशनल हाईवे सड़क पिछले 48 घंटे से बिल्कुल बंद है जिस रास्ते 108 मरीज को पीड़ित व्यक्ति को पांवटा पहुंचा रही थी, लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने किलोड पूल के ऊपर लोहे का एंगल लगा कर बंद कर दिया था. ऐसे में 108 के पायलट को मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए उत्तराखंड के विकास नगर होते हुए 15 किलोमीटर से अधिक रास्ता पार करना पड़ा
उतराखंड फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने कहा कि यह मार्ग हिमाचल फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने बंद किया है. उन्होंने कहा कि इस मार्ग से 108 ऐबुंलेस भी नहीं निकल पा रही है और विकासनगर से गाड़ियों को कम से कम10-15 किलोमीटर का अधिक सफर पड़ता है.
बता दें कि पिछले 48 घंटे से नेशनल हाईवे बिल्कुल बंद है और जिस रास्ते से 108 पीड़ित मरीज को पांवटा पहुंचा रही थी. उस मार्ग के पुल को विभाग के अधिकारियों ने लोहे का एंगल लगा कर बंद किया हुआ था. जिससे 108 एंबुलेंस के चालक को उत्तराखंड के विकास नगर से होते हुए 15 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना पड़ा.
ये भी पढ़ें: चंबा में अवैध रेहड़ी फड़ी वालों पर पुलिस ने कसा शिकंजा, 25 चालान काटे