नाहन: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल पर बड़ा जुबानी हमला बोला है. कांग्रेसी नेता अजय सोलंकी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा 28 जुलाई को नाहन विधानसभा क्षेत्र के लिए किए गए ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास के बाद विधायक द्वारा इन्हीं योजनाओं का दोबारा से उद्घाटन-शिलान्यास करने पर सवाल खड़े किए हैं.
कांग्रेस का कहना है कि जब मुख्यमंत्री संबंधित योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर चुके हैं तो विधायक द्वारा इन्हें दोबारा से करने का क्या औचित्य है. नाहन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने हैरानी जताते हुए कहा कि 28 जुलाई को सीएम जयराम ठाकुर ने नाहन विधानसभा क्षेत्र में कई उद्घाटन और शिलान्यास किए थे, लेकिन नाहन के विधायक डॉ. बिंदल इन्हीं उद्घाटन और शिलान्यासों को दोबारा से करते घूम रहे हैं, जोकि सरकारी प्रणाली का उल्लंघन है.
सोलंकी ने सवाल करते हुए कहा कि क्या विधायक आज मुख्यमंत्री से भी ऊपर हो गए है, क्योंकि अगर कोई मुख्यमंत्री उद्घाटन और शिलान्यास कर लेते हैं, तो उसके बाद कोई दोबारा उद्घाटन व शिलान्यास नहीं करता. सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस शासन में भी मुख्यमंत्री ऑनलाइन उद्घाटन और शिलान्यास करते थे, लेकिन कांग्रेस के किसी भी नेता ने ऐसा नहीं किया.
पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक हाशिए पर लाए गए विधायक
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने डॉ. राजीव बिंदल पर अपनी राजनीति चमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां के विधायक पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक हाशिए पर लाए गए हैं, तभी विधायक ऐसी हरकतें कर रहे हैं. अजय सोलंकी ने कहा कि कोरोना काल में सभाएं भी विधायक कर रहे हैं और उनके साथ में प्रशासनिक तंत्र भी घूम रहा है.
अजय सोलंकी ने कहा कि प्रदेश सरकार के गलत रवैए के चलते लोगों को सरकारी अफसर अपने कार्यालयों में नहीं मिल रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर सब काम किया जा रहा है. कांग्रेस ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि ऐसी हरकतों से विधायक को रोका जाएं, ताकि सरकारी व प्रशासनिक प्रणाली का उल्लंघन न हो.
कांग्रेसी नेता अजय सोलंकी ने यह भी कहा कि कोरोना काल में सभाएं व कार्यक्रम आयोजित कर बीजेपी के नेता सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर जनता को भी खतरे में डाल रहे हैं, जिस पर प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा कांग्रेस को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा.