नाहन: गर्मियां शुरू होते ही भेड़ पालकों ने मैदानी इलाकों से पहाड़ों की ओर रुख करना शुरू कर दिया हैं, जिससे भेड़ पालक बकरियों के साथ मैदानी इलाकों से चूड़धार के जंगलों में पहुंच रहे हैं.
गद्दियों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से पशुओं के मरने का खतरा बढ़़ जाता है, इसलिए वो समय से पहले ही पहाड़ों की तरफ रुख कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चूड़धार में बर्फबारी होने के कारण उन्हें इस बात की चिंता सताती है, कि वो अपने मवेशियों के साथ वहां कैसे रहेंगे.
बता दें कि पहाड़ों में 8 माह का समय बिताने के बाद भेड़ पालक सर्द मौसम आते ही मैदानी इलाकों का रुख करेंगे. इसी बीच दिन-रात मीलों पैदल चलते समय उन्हें जान का खतरा भी रहता है. भेड़ पालक चूड़धार से किन्नौर के चित्रकूट घाटी की तरफ जल्दी रुख करेंगे.