नाहन: हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक श्री रेणुका जी झील की सुंदरता को जल्द चार चांद लगने वाले हैं. वन्य प्राणी विभाग द्वारा झील की सफाई का कार्य शुरू किया गया है. पवित्र झील की सफाई का कार्य प्रगति पर है और झील के परिक्रमा मार्ग को भी संवारा जा रहा है.
बता दें कि झील के अंतिम छोर में पिछले कई सालों से अजोला, लेंटेना, आईपोमिया नामक घास उगनी शुरू हो गई थी, जिसने झील के करीब आधा किलोमीटर हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था. जिस कारण अब वन्य प्राणी विभाग झील की सफाई के कार्य में जुट गया है.
वन्य प्राणी विभाग के आरओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि घास लगातार बढ़ रही थी, जिसके बाद इसको हटाने का फैसला लिया गया.उन्होंने बताया कि वन्य प्राणी विभाग द्वारा करीब 3 किलोमीटर लंबे परिक्रमा मार्ग को संवारने का काम किया जा रहा है ताकि पर्यटकों और श्रद्धालुओं को परिक्रमा के दौरान परेशानियों का सामना न करना पड़े.
आरओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि परिक्रमा मार्ग को संवारने पर करीब एक करोड़ 27 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जिसका जिम्मालोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है.
वहीं, वन्य प्राणी विभाग द्वारा शुरू किए गए इस कार्य की यहां पहुंचने वाले पर्यटक भी तारीफ कर रहे हैं. पर्यटकों का कहना है कि निश्चित तौर पर सौंदर्य करण को बढ़ावा मिलेगा, जो उनके लिए आकर्षण रहेगा.
बता दें कि श्री रेणुका जी में हर दिन न सिर्फ हिमाचल प्रदेश बल्कि पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से भारी तादाद में लोग पहुंचते हैं, जिनके लिए रेणुका झील आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहती है. लोग इस झील में पवित्र स्नान भी करते हैं. ऐसे में झील के सौंदर्यकरण का कार्य सराहनीय है.