सिरमौर: केंद्र सरकार का प्रयास है कि किसानों की आमदनी को दोगुना किया जाए. इसी के तहत सिरमौर जिले के धौलाकुआं कृषि विज्ञान केंद्र में कृषि वैज्ञानिकों ने न्यूट्री गार्डन का कॉन्सेप्ट तैयार किया है, ताकि एक छोटा और सीमांत किसान भी दलहन, तिलहन के साथ-साथ सब्जियों को अपने किचन गार्डन में प्राकृतिक तरीके से उगाकर अपनी जरूरत का खाद्य पदार्थ का उत्पादन कर सके.
किसानों को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनी फार्म- दरअसल कृषि विज्ञान केंद्र धौलाकुआं में एक प्रदर्शनी फार्म विकसित किया गया है. इसमें मिक्स कृषि से खेतों में गेहूं, चना, अलसी व अन्य चीजें उगाई गई हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की सब्जियों को भी उगाया गया है. यह प्रदर्शनी फार्म किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ शून्य लागत खेती के गुर सीखाने के लिए विकसित किया गया है. यहां किसानों को इस दिशा में लगातार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
न्यूट्री गार्डन से होगी रसोई की सभी जरूरतें पूरी- इसी के तहत न्यूट्री गार्डन भी एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जिसमें सभी किसान कम जमीन पर भी सभी प्रकार की दलहन, तिलहन, अनाज, सब्जियां उगा सकते हैं और इससे उनकी रसोई की सभी जरूरतें यहीं से पूरी हो सकती हैं. इस प्रदर्शनी फार्म इकाई को किसानों के भ्रमण के लिए बनाया गया है. साथ ही उन्हें इस तरह की खेती करने के बारे में तकनीकी जानकारियां भी दी जा रही है.
किसान खेतों में 12 महीनों का उगा सकते हैं अनाज- कृषि विज्ञान केंद्र धौलाकुआं के मुख्य प्रभारी डॉ. पंकज मित्तल ने बताया कि न्यूट्री गार्डन से किसान अपने खेतों में 12 महीनों का अनाज, दलहन, तिलहन, सब्जी उगा सकते हैं. इससे बाजार पर उनकी निर्भरता कम हो जाती है. इसी को लेकर यहां पर यह प्रदर्शनी फार्म तैयार किए जा रहे हैं. यहां प्रदेश सहित जिले के किसानों को भ्रमण करवाया जाता है. साथ ही अन्य राज्यों से भी किसान यहां पहुंच रहे हैं.
किसानों को दी जा रही तकनीकी जानकारियां- डॉ. मित्तल ने बताया कि यहां पर लगाए गए सभी उत्पादों का मूल्यांकन भी किया जाता है और जो किसान यहां पहुंचते हैं, उन्हें तकनीकी जानकारियां भी दी जाती हैं. वहीं, प्रोजेक्ट निदेशक आत्मा डॉ. साहिब सिंह ने बताया कि किसानों को यहां का दौरा करवाया जाता है, ताकि वह यथार्थ में खेती के गुर सीख सकें.
न्यूट्री गार्डन आर्थिकी सुदृढ़ करने में सहायक- यहां उन्हें खेती विधि, रखरखाव व सावधानियों के बारे में भी जागरूक किया जाता है. कुल मिलाकर कृषि विज्ञान केंद्र धौलाकुआं का यह न्यूट्री गार्डन किसानों की आय बढ़ाने में काफी सहायता करेगा और किसान इससे जुड़कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प भी साबित होगा.
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