नाहन: शिखर पर हिमाचल! प्रदेश की जयराम सरकार के इन दावों की पोल अक्सर कहीं न कहीं खुलती नजर आती है. आए दिन प्रदेश के किसी न किसी कोने से मरीजों को कंधों पर ले जाने के वीडियो सामने आते हैं. अब एक और इसी तरह का वीडियो सिरमौर जिला से एक बार फिर सामने आया है, जहां कुछ लोग मरीज को कंधों पर उठा कर चल रहे हैं. सड़क सुविधा ना होने के कारण लोग मरीज को कंधों पर उठाकर मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं
तस्वीरें हैरान कर देने वाली है और सरकार के उन दावों की पोल खुल रही है, जिसमें गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने के दावे किए जाते हैं. ग्रामीणों ने सड़क सुविधा ना होने की अपनी समस्या को मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की मांग की है.
मामला रेणुका विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चुनौटी गांव का है, जहां मरीज को कंधो पर उठाकर अस्पताल ले जाते हुए ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सरकार तक अपनी समस्या पहुंचाने का प्रयास किया है. इस पूरे मामले में हैरत की बात यह है कि इस गांव के लिए सड़क का शिलान्यास वर्ष 2015 में हो चुका है.
सड़क का लगभग आधा काम पूरा भी हो चुका है. स्थानीय लोगों की माने तो ठेकेदार को तकरीबन 20 लाख रूपए की पेमेंट नहीं हुई. इसके चलते ठेकेदार ने सड़क का काम बीच में ही बंद कर दिया है. ऐसे में स्थानीय लोगों को किसी भी आपातकालीन स्थिति में मरीज को कंधों पर उठाकर अस्पताल तक पहुंचाना पड़ रहा है. लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए, ताकि उन्हें सड़क की सुविधा मिल सके.
उल्लेखनीय है कि रेणुका विस क्षेत्र से विधायक विनय कुमार पूर्व की वीरभद्र सरकार में लोक निर्माण विभाग के सीपीएस रह चुके हैं, लेकिन वह भी अब तक ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या का समाधान करवाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं.
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