शिलाई/सिरमौर: हिमाचल प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा सार्थक होता नहीं दिख रहा है. बेटियों को या तो गर्भ में मार दिया जाता है या फिर उन्हें पैदा होने के बाद लावारिस छोड़ दिया जाता है.
ताजा मामला हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिला के नागरिक उपमंडल शिलाई में सामने आया है. जहां इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस मामले में मां ने एक बच्ची को जन्म देने के बाद खेत में गोबर के ढेर के पास फेंक दिया.
गोबर के ढेर के पास से बच्चे के रोने की आवाजें सुनाई दी
जानकारी के अनुसार शंखोली पंचायत के खड़काह-कमियारा गांव में सुबह करीब साढ़े सात बजे जब खेत में काम करने गए एक व्यक्ति को गोबर के ढेर के पास से बच्चे के रोने की आवाजें सुनाई दी तो उसने देखा कि पत्थर के नीचे खून से सना हुआ एक नवजात शिशु दबा हुआ है. जिसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई. पुलिस भी बिना देर किए डॉक्टर को साथ लेकर तत्काल मौके पर पहुंच गई. जहां नवजात बच्ची को प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे आगामी इलाज के लिए नागरिक अस्पताल शिलाई लाया गया है.
नवजात बच्ची को पत्थर के नीचे दबाया गया था
वहीं, शिलाई मेडिकल ब्लॉक के बीएमओ डॉ. अभय राणा ने बताया कि खेत में गोबर के ढेर के पास मिली नवजात बच्ची को पत्थर के नीचे दबाया गया था. जिसकी वजह से उसके शरीर पर हल्की खरोंचें आई हैं.
बच्ची का डीएनए टेस्ट भी लिया गया
बच्ची को प्राथमिक उपचार देने के बाद उसके टेस्ट करवाए गए हैं और चाइल्ड हेल्पलाइन को इसकी जानकारी दी गई है. फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है और उसे फीडिंग करवाई जा रही है. वहीं, बच्ची का डीएनए टेस्ट भी लिया गया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि आखिर ये बच्ची किसकी है.
पहले भी आया था नवजात शिशु को फैंकने का मामला
बता दें कि कुछ साल पहले रोनाहट अस्पताल में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जहां एक अविवाहित लड़की ने अस्पताल के शौचालय में एक नवजात शिशु को जन्म देने के बाद उसे खिड़की के बाहर फैंक दिया था.
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