पांवटा साहिबः देश के कई हिस्सों में लोहड़ी पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्योहार हिमाचल उत्तराखंड पंजाब-हरियाणा आदि कई राज्यों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. अगर पांवटा साहिब की बात की जाए तो यहां पर लोहड़ी के दिन हजारों श्रद्धालु गुरुद्वारे में पहुंचते हैं. बता दें कि यह पर्व मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है. इस वर्ष लोहड़ी पर्व 13 जनवरी को मनाया जाएगा. पांवटा साहिब में लोहड़ी पर्व में व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं की उनका काम पटरी पर आएगा. शहर में रेहड़ी-फड़ी व्यापारियों दुकानें सजा दी हैं.
लोहरी पर्व क्या करते हैं लोग
लोहड़ी पर्व के दिन लोग अपने रिश्तेदारों को विशेष प्रकार की मिठाइयां (तिल और गुड़ की बनी रेवड़ी ) मूंगफलियां आदि देकर बधाई देते हैं. शाम के समय में आग जलाकर उसमें अन्न डाले जाते हैं.लोहड़ी के दिन पांवटा शहर में भांगड़ा और गिद्दा नृत्य करते हैं. इस बार कोरोना काल में भले ही लोग सहमे-सहमे हैं लेकिन त्योहारों को त्योहारों की भांति मनाया जा रहा है.
पांवटा शहर के रेहड़ी व्यापारी ने बताया
वहीं, पांवटा शहर के रेहड़ी व्यापारी से बात की तो उन्होंने बताया कि पांवटा साहिब में लोहड़ी के दिन पंजाब हरियाणा दिल्ली आदि राज्य से लोग पांवटा गुरुद्वारा में शीश झुकाने के लिए पहुंचते हैं. यही नहीं भारी मात्रा में पर्यटकों ओर श्रद्धालुओं के आने से व्यापारियों की इनकम में काफी बढ़ोतरी होती है. उन्हें उम्मीद है कि कल लोहड़ी के त्योहारों में उनका कारोबार बढ़ेगा.
कोरोना काल के चलते मंदा है काम
पिछले 20 वर्षों से रेहड़ी संचालक ने बताया कि इस बार कोरोना काल के चलते काम काफी फीका है. लोहड़ी के त्योहार में उम्मीद थी पर आज शहर में इक्का-दुक्का पर्यटक और श्रद्धालु नजर आ रहे हैं. पूरी उम्मीद है कि कल के दिनस काम अच्छा होगा.