पांवटा साहिब: उपमंडल पांवटा साहिब में भारी बारिश के कारण मलबा गिरने से एनएच-707 पर कच्ची ढांग सड़क बाधित हो गई. इसके कारण पांवटा से सतौन, शिलाई, रेणुका, कफोटा, हरिपुरधार और रोहड़ू मार्ग बंद हो गया है. करीब 12 घंटे से यह सड़क मार्ग बंद है.
गिरिपार क्षेत्र में 100 से ज्यादा गांव हैं. यहां पिछले साल भी भूस्खलन के कारण सड़क पर मलबा आ गया था, जिसके कारण लोगों को काफी समय तक भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था. लोगों का कहना है कि प्रशासन बरसात आने से पहले कोई कार्रवाई नहीं करता है. यह सड़क मार्ग बरसात में हर साल बंद हो जाता है. उन्होंने कहा कि प्रशासन हर साल बरसात से पहले सड़कों के ठीक होने का दावा करता है, लेकिन बरसात में इनके दावों की पोल खुल जाती है.
उधर, बीजेपी नेता बलदेव तोमर ने कहा कि जल्द ही मौके पर मशीन भेजी जा रही है. सड़क पर आए मलबे को हटाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मार्ग के लिए टेंडर निकल चुका है, लेकिन फॉरेस्ट क्लीयरेंस की वजह से काम नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि सतौन से लेकर पांवटा साहिब के वन विभाग के क्षेत्र में अभी फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल पाई है. इसके कारण काम रुका हुआ है.
बीजेपी नेता बलदेव तोमर ने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बात की थी, इसके बाद इस सड़क निर्माण के लिए टेंडर अलॉट किया गया था, लेकिन अभी फॉरेस्ट क्लीयरेंस न मिलने के कारण काम नहीं हो पाया है. फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने के बाद ही यह सड़क बन पाएगी. उन्होंने बताया कि जापानी टेक्नोलॉजी से कच्ची ढांग पर निर्माण किया जाएगा, जिससे की आने वाले समय में कभी भी ऐसी समस्या नहीं आएगी. इस दौरान एसडीएम एलआर वर्मा ने मौके का निरीक्षण किया. साथ ही सड़क को जल्द खोलने के लिए विभाग को निर्देश दिए.
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