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Monsoon Rains In Sirmaur: मानसून सीजन में सिरमौर में अब तक 7 लोगों की मौत, 14 घायल, नुकसान का आंकड़ा 250 करोड़ से पार

इस बार मानसून सीजन में हुई भारी बारिश से सिरमौर जिले में अब तक ₹250 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं, मानसून में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है. पढ़िए पूरी खबर...(Monsoon Rains In Sirmaur)(Himachal Flood)

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Published : Jul 23, 2023, 5:31 PM IST

सिरमौर: इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश ने हिमाचल में जमकर कोहराम मचाया है. वहीं, जिला सिरमौर में भी बरसात से भंयकर तबाही मचाई है. सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं, कृषि, पशुपालन व अन्य क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है. जिला में हालात अब भी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए है. भारी बरसात में जिला सिरमौर में नुकसान का आंकड़ा ₹250 करोड़ को पार कर गया हैं. भारी बारिश में अब तक जिले में 7 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 14 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट प्रशासन ने दी है.

जीवन को पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन: जिला में आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन की प्राथमिता पेयजल, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की तुरंत बहाली के साथ प्रभावित लोगों को राहत एवं पुनर्वास है. जिला में सभी विभागों द्वारा मुस्तैदी के साथ अपने-अपने विभाग की सेवाओं को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है.

लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक नुकसान: प्रशासन के मुताबिक जिला में भारी वर्षा से सबसे अधिक नुकसान सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली आपूर्ति ढांचे के साथ कृषि क्षेत्र का हुआ है. लोक निर्माण विभाग की राज्य सड़कों का नुकसान ₹114 करोड़ आंका गया है. इसी प्रकार राष्ट्रीय उच्च मार्ग की सड़कों को ₹3.73 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. जिला में कई सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिन्हें विभाग बहाल करने में जुटा है.

जल शक्ति विभाग को ₹88.96 करोड़ से अधिक की चपत: जिला में पेयजल योजनाओं के ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है. इससे पेयजल वितरण में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. हालांकि विभाग पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. जिला में ₹88.99 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पेयजल योजनाओं का आंका गया है.

बिजली बोर्ड व कृषि विभाग को भी भारी क्षति: इसी प्रकार जिला में बिजली आपूर्ति के ढांचे को भी बहुत नुकसान हुआ हैं. इसमें बिजली बोर्ड को ₹6.50 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका जा रहा है. जबकि कृषि क्षेत्र भी काफी अधिक प्रभावित हुआ है. कृषि विभाग को ₹29.33 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है.

इन विभागों को भी उठाना पड़ा नुकसान: जिला में हुई भारी बारिश से उद्यान विभाग को ₹1.36 करोड़ रुपए, पशुपालन विभाग को ₹41.20 लाख रुपए, स्वास्थ्य विभाग को ₹17 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है. इसी प्रकार जिला में ₹7.66 करोड़ रुपये सामुदायिक संपत्तियों का नुकसान हुआ है. जिला में शिक्षा विभाग को करीब ₹28 लाख रुपये की चपत लगी है.

घर, दुकान और गौशालाओं को भारी क्षति: प्रशासन के अनुसार इस बरसात में जिला में चार लोगों के पक्के मकान क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है. जिसके नुकसान का आकलन ₹18.80 लाख रुपए किया गया है. इसी प्रकार 14 लोगों के कच्चे मकान गिरे हैं, जिन्हें ₹5.32 लाख रुपए के नुकसान की रिपोर्ट है. इसके अलावा 57 लोगों के मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है, जिसका नुकसान ₹1.31 करोड़ रुपए होने का अनुमान है. इसी प्रकार जिला में दो दुकानों को ₹15.50 लाख रुपए का नुकसान होने की जानकारी है. वहीं, 57 गौशालाओं को करीब ₹9.36 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है. जिला में ₹2.95 लाख रुपए का पशुधन का नुकसान आंका गया है.

अभी तक 1.28 लाख की अंतरिम राहत: जिला में बरसात के मौसम में हुए नुकसान के चलते अभी तक ₹1.28 लाख रुपए की धनराशि अंतरिम राहत के रूप में प्रभावित परिवारों को उपलब्ध करवाई गई है. जबकि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप प्रभावित परिवारों को मुआवजा और राहत राशि प्रदान करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया जारी है.

डीसी ने कहा नियमानुसार राहत राशि मिलेगी: डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा जिला में भारी बरसात से काफी तबाही हुई है. 20 जुलाई तक नुकसान का आंकड़ा ₹250 करोड़ से ऊपर पहुंच गया है. सभी विभाग मुस्तैदी से आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के कार्य में जुटे हैं. उन्होंने कहा आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार और प्रशासन जनता के साथ है. प्रभावित धैर्य रखें. सभी को नियमानुसार राहत राशि दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में इस दिन तक खराब रहेगा मौसम

सिरमौर: इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश ने हिमाचल में जमकर कोहराम मचाया है. वहीं, जिला सिरमौर में भी बरसात से भंयकर तबाही मचाई है. सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं, कृषि, पशुपालन व अन्य क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है. जिला में हालात अब भी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए है. भारी बरसात में जिला सिरमौर में नुकसान का आंकड़ा ₹250 करोड़ को पार कर गया हैं. भारी बारिश में अब तक जिले में 7 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 14 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट प्रशासन ने दी है.

जीवन को पटरी पर लाने में जुटा प्रशासन: जिला में आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रशासन की प्राथमिता पेयजल, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की तुरंत बहाली के साथ प्रभावित लोगों को राहत एवं पुनर्वास है. जिला में सभी विभागों द्वारा मुस्तैदी के साथ अपने-अपने विभाग की सेवाओं को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है.

लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक नुकसान: प्रशासन के मुताबिक जिला में भारी वर्षा से सबसे अधिक नुकसान सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली आपूर्ति ढांचे के साथ कृषि क्षेत्र का हुआ है. लोक निर्माण विभाग की राज्य सड़कों का नुकसान ₹114 करोड़ आंका गया है. इसी प्रकार राष्ट्रीय उच्च मार्ग की सड़कों को ₹3.73 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. जिला में कई सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिन्हें विभाग बहाल करने में जुटा है.

जल शक्ति विभाग को ₹88.96 करोड़ से अधिक की चपत: जिला में पेयजल योजनाओं के ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है. इससे पेयजल वितरण में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. हालांकि विभाग पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. जिला में ₹88.99 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान पेयजल योजनाओं का आंका गया है.

बिजली बोर्ड व कृषि विभाग को भी भारी क्षति: इसी प्रकार जिला में बिजली आपूर्ति के ढांचे को भी बहुत नुकसान हुआ हैं. इसमें बिजली बोर्ड को ₹6.50 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका जा रहा है. जबकि कृषि क्षेत्र भी काफी अधिक प्रभावित हुआ है. कृषि विभाग को ₹29.33 करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है.

इन विभागों को भी उठाना पड़ा नुकसान: जिला में हुई भारी बारिश से उद्यान विभाग को ₹1.36 करोड़ रुपए, पशुपालन विभाग को ₹41.20 लाख रुपए, स्वास्थ्य विभाग को ₹17 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है. इसी प्रकार जिला में ₹7.66 करोड़ रुपये सामुदायिक संपत्तियों का नुकसान हुआ है. जिला में शिक्षा विभाग को करीब ₹28 लाख रुपये की चपत लगी है.

घर, दुकान और गौशालाओं को भारी क्षति: प्रशासन के अनुसार इस बरसात में जिला में चार लोगों के पक्के मकान क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है. जिसके नुकसान का आकलन ₹18.80 लाख रुपए किया गया है. इसी प्रकार 14 लोगों के कच्चे मकान गिरे हैं, जिन्हें ₹5.32 लाख रुपए के नुकसान की रिपोर्ट है. इसके अलावा 57 लोगों के मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है, जिसका नुकसान ₹1.31 करोड़ रुपए होने का अनुमान है. इसी प्रकार जिला में दो दुकानों को ₹15.50 लाख रुपए का नुकसान होने की जानकारी है. वहीं, 57 गौशालाओं को करीब ₹9.36 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है. जिला में ₹2.95 लाख रुपए का पशुधन का नुकसान आंका गया है.

अभी तक 1.28 लाख की अंतरिम राहत: जिला में बरसात के मौसम में हुए नुकसान के चलते अभी तक ₹1.28 लाख रुपए की धनराशि अंतरिम राहत के रूप में प्रभावित परिवारों को उपलब्ध करवाई गई है. जबकि प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप प्रभावित परिवारों को मुआवजा और राहत राशि प्रदान करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया जारी है.

डीसी ने कहा नियमानुसार राहत राशि मिलेगी: डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा जिला में भारी बरसात से काफी तबाही हुई है. 20 जुलाई तक नुकसान का आंकड़ा ₹250 करोड़ से ऊपर पहुंच गया है. सभी विभाग मुस्तैदी से आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के कार्य में जुटे हैं. उन्होंने कहा आपदा की इस घड़ी में प्रदेश सरकार और प्रशासन जनता के साथ है. प्रभावित धैर्य रखें. सभी को नियमानुसार राहत राशि दी जाएगी.

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