नाहन: सिरमौर प्रशासन की जिला मुख्यालय नाहन में होम आइसोलेट किए गए कोरोना मरीजों का आयुर्वेद पद्धति से इलाज किया जा रहा है. पिछले एक सप्ताह में आयुर्वेद पद्धति से उपचार के अच्छे परिणाम मिले हैं. अब जिला प्रशासन संक्रमण से अधिक प्रभावित क्षेत्रों में भी इस पद्धति को अपनाकर कोरोना मरीजों के इलाज में जुटा है.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने नाहन में आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि जिला प्रशासन के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग के अलावा आयुर्वेद विभाग को भी नाहन में होम आइसोलेट कोरोना मरीजों के इलाज का जिम्मा सौंपा गया है. इसके तहत पिछले एक सप्ताह की स्टडी में यह पाया गया है कि पाॅजीटिव व्यक्ति को जब दूसरे या तीसरे दिन आयुर्वेदिक दवाएं दी जा रही हैं, तो लक्षण आधारित इलाज के अच्छे परिणाम आए हैं.
आइसोलेट मरीजों से किया जा रहा संपर्क
इसी की तर्ज पर जिन क्षेत्रों में अधिक कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं, उन सभी क्षेत्रों में होम आइसोलेट मरीजों को आयुर्वेदिक विभाग की तरफ से दवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. फोन के माध्यम से होम आइसोलेट मरीजों से संपर्क साधा जा रहा है. मेडिसिन के साथ-साथ मेंटल स्पोर्ट देने का प्रयास करते हुए संबंधित मरीजों से संपर्क साधा जा रहा है, ताकि संकट की इस घड़ी में घर में कोई भी ऐसा व्यक्ति अपने आप को अकेला महसूस न करें.
बता दें कि जिला प्रशासन के निर्देशों पर आयुर्वेद विभाग ने नाहन के 2 वार्डों को गोद लिया था, जहां पर आयुर्वेद पद्धति से होम आइसोलेट मरीजों को लक्षणों के अनुसार दवाएं वितरित की गई, जिसके पिछले एक सप्ताह में अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिला में आयुर्वेद पद्धति से भी कोरोना संक्रमित मरीजों का व्यापक स्तर पर उपचार शुरू किया गया है.
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