नाहन: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर ने जिला मुख्यालय नाहन में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित किया. इस दौरान मुसाफिर ने कोरोना काल में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटाले को लेकर जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा और इस घटना को प्रदेश के लिए शर्मनाक करार दिया.
कांग्रेसी नेता गंगूराम मुसाफिर ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से हमारा देश व प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है. जिस तरीके से देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे आज लॉकडाउन विफल होता दिखाई दे रहा है.
प्रदेश में भी यह मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मगर इस सबके बीच सबसे दुखदायी घटना यह है कि कोरोना के इस संकट काल में प्रदेश में बहुत बड़ा स्वास्थ्य घोटाला हुआ है और जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, उतनी की जानी चाहिए.
मुसाफिर ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री यह कह रहे हैं कि सरकार और वो खुद पाक साफ हैं, तो क्यों नहीं वह अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देते, जिससे इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जा सके. इस मामले की निष्पक्ष जांच हो, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. इस दौरान मुसाफिर ने बताया कि इस मामले में राज्यपाल से कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिल चुका है और यही मांग दोहरायी है कि मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दें.
मुसाफिर ने कहा कि इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री जयराम यह भी बताएं कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से डॉ. राजीव बिंदल ने क्यों इस्तीफा दिया है और आम जनता भी इस बात को जानने के लिए काफी उत्सुक है, क्योंकि डॉ. राजीव बिंदल के पास तो स्वास्थ्य विभाग नहीं था.
तो ऐसी क्या वजह थी कि उन्हें नैतिक मूल्यों के आधार पर इस्तीफा देना पड़ा. मुसाफिर ने कहा की अढ़ाई साल सहित कोरोना काल में जो भ्रष्टाचार हुआ है, उसे देख लोग अब खुद कह रहे हैं कि सरकार कितनी पाक साफ है. कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटाले की चिंगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती नजर आ रही है और विपक्ष इस मामले में मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग पर पूरी तरह से अड़ा हुआ है.
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