सिरमौर: चाइल्ड लाइन की टीम ने पांवटा साहिब में रेस्क्यू कैंपेन किया. इस कैंपेन में भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चों का रेस्क्यू किया गया. मामले में सहूलियत को देखते हुए बाल कल्याण समिति का कोर्ट भी पांवटा साहिब में ही गुरुद्वारा के हॉल नंबर- 22 में लगाया गया. इस दौरान टीम में चाइल्ड लाइन के समन्वयक सुमित्रा शर्मा सदस्य निशा, परीक्षा रामलाल और राजेंद्र सिंह मौजूद रहे साथ ही बाल कल्याण समिति के सदस्य नसीम मोहम्मद दीदान, सपना सोलंकी और सहायक कर्मी साथ रहे.
पुलिस के सहयोग से 12 बच्चों का रेस्क्यू किया गया, जिसमें 4 लड़कियां और 8 लड़के शामिल थे जो शनिवार के दिन शनि दान लेने के लिए अपने साथ शनि देव की मूर्ति लेकर भीख मांग रहे थे. बच्चों को बद्रीपुर चौक और बांगरण चौक से तुरंत बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया.
बाल कल्याण समिति ने बच्चों के अभिभावकों के दस्तावेज की जांच और अभिभावकों को लेबर व बेगिंग एक्ट के बारे में जानकारी देकर उनकी काउंसलिंग की. इसके बाद इस शर्त पर बच्चे सौंपे गए ताकि वह फिर से बच्चों से भिक्षा नहीं मंगवाएंगे और उनको स्कूल में शिक्षा दिलवाएंगे.
गौरतलब है कि पांवटा साहिब शनि दान और भीख मांगते हुए नौनिहाल पहले भी देखे गए थे. आज एक समाजसेवी संस्था ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि नौनिहाल के हाथों में जहां किताबें होनी चाहिएं थीं अब कटोरियां नजर आ रही हैं. वहीं, सीएम पोर्टल से आश्वासन दिया गया था कि जल्द इस मामले में संज्ञान लिया जाएगा.