नाहन: कोरोना वायरस से निपटने को लेकर डॉ. यशवंत सिंह परमार नाहन मेडिकल कॉलेज में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कॉलेज प्रबंधन द्वारा यहां विशेष रूप से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, ताकि कोरोना वायरस को लेकर कोई भी मरीज यहां आए तो उसे इस वार्ड में रखा जा सके.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यात्रा के समय, सार्वजनिक स्थानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है. ऐसे में इस वायरस से बचने के लिए जितनी एहतियात बरती जाए, उतना ही इसका खतरा कम होगा.
विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस उन लोगों को अपनी चपेट में जल्द ले सकता है, जिसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो. इसके अलावा बुजुर्गों और बच्चों को खास सावधानियां बरतनी होंगी.
मेडिकल कॉलेज नाहन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर डीडी शर्मा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज नाहन में कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इस वायरस से निपटने के लिए अलग से विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें सभी सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं.
डीडी शर्मा ने बताया कि बुखार, गले में खराश, जुकाम, खांसी, नाक बहना, थकान व निमोनिया कोरोना वायरस के लक्षण होते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मरीज कोरोना से पीड़िता है. उन्होंने बताया कि लोग कोरोना वायरस के रोगियों के संपर्क में आने से बचें.
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