नाहन: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हिमाचल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. संगड़ाह कॉलेज में खाली पड़े पदों को भरने की मांग को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ता आमरण अनशन पर बैठे गए हैं. कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेताओं पर झूठे आश्वासन देने के आरोप लगाए हैं. साथ ही यह भी ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा.
2019 में भी की थी 36 घंटे की भूख हड़ताल
एबीवीपी संगड़ाह के इकाई अध्यक्ष सुनील राजपूत ने कहा कि कॉलेज में पिछले लंबे समय से 50 प्रतिशत से अधिक प्राध्यापकों के पद खाली पड़े हुए हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है. एबीवीपी संगड़ाह के इकाई अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि साल 2019 में भी 36 घंटे की भूख हड़ताल की थी और उस दौरान भाजपा नेताओं ने यहां 10 दिनों के भीतर प्राध्यापकों के पद भरने की बात कहकर अनशन तुड़वा दिया था, मगर आज तक उस पर कोई अमल नहीं हुआ.
प्रदेश सरकार पर निशाना
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का साफ तौर पर कहना है कि मांग पूरी न होने तक कार्यकर्ताओं का अनशन लगातार जारी रहेगा. वहीं, इस दौरान यदि किसी भी छात्र के साथ कोई अनहोनी घटना होती है, तो उसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी.
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