पांवटा साहिब: कोरोना काल में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सेवादारों ने पांवटा साहिब गुरुद्वारा के अंदर एनआरआई बिल्डिंग में 200 कमरे तैयार किए हैं. एनआरआई रूम तैयार होने से देश-विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को अब होटलों में नहीं रहना पड़ेगा. गुरुद्वारे में हर तरह के प्रबंध किए जा रहे हैं.
हर रूम में 2 से लेकर 8 लोगों तक रहने का इंतजाम किया गया है. एनआरआई रूम ऐतिहासिक गुरुद्वारे को चार चांद लगाएंगे तो वहीं अब श्रद्धालुओं को भी ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे.
गौरतलब है कि पांवटा साहिब गुरुद्वारे की स्थापना गुरु गोबिन्द सिंह जी ने की थी. इस जगह पर गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने जीवन के चार साल बिताए और दशम ग्रन्थ की रचना की. गुरुद्वारे में देश-विदेश के श्रद्धालु शीश नवाने के लिए पहुंचते हैं. कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन की वजह से श्रद्धालुओं और संगतों का आना बंद हो गया था. इस दौरान ऐतिहासिक गुरुद्वारा को चार चांद लगाने के लिए गुरुद्वारा सेवकों व गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने यहां पर एनआरआई बिल्डिंग तैयार की, जिसमें 200 कमरे तैयार किए गए हैं. इसमें कई हजार लोगों को सुविधाएं मिलेंगी.
वहीं, गुरुद्वारा प्रबंधक जागीर सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा पांवटा साहिब में एनआरआई इमारत तैयार की गई है, जिसमें पार्किंग की अच्छी सुविधा है. पानी की भी हर तरह के पुख्ता इंतजाम रखा गया है. लिफ्ट की सुविधा यहां पर लोगों को उपलब्ध होगी.