शिमला: पांच साल की नन्हीं सी जान रेणुका अपने भाइयों व पास-पड़ोस के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलती थी. छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल के दुर्गम इलाके के एक गांव में धरती पर भविष्य की क्रिकेट स्टार के रूप में बीज पड़ चुका था. रेणुका की मां सुनीता ठाकुर उस समय क्रिकेट के बारे में अधिक नहीं जानती थीं. वे सोचती रहती, हे भगवान, पता नहीं ये लड़की क्या खेलती रहती है? ईटीवी के साथ फोन पर अपनी खुशी बांटते हुए सुनीता ठाकुर ने कहा कि आज उन्हें गर्व है कि बेटी ने न केवल हिमाचल बल्कि देश का भी नाम रोशन किया है.
मां सोचती थी क्या खेलती रहती है बेटी: रेणुका की मां उस समय की याद करती हैं, जब रेणुका गांव के ही छोटे से नाले (एक तरह का पानी का स्थान) के समीप अपने भाई विनोद व चचेरे भाइयों के साथ खेलती थी. रेणुका बॉलिंग करती थी. दुर्भाग्य से पिता केहर सिंह अपनी बेटी के स्टारडम को देखने के लिए इस संसार में मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा अवश्य सुख में होगी. रेणुका छोटी थी, तभी उनके पिता का साया सिर से उठ गया था. मां ने बड़े जतन से रेणुका को पाला और उसके सपनों को पूरा करने में मां की तपस्या है.
रेणुका की सफलता में भूपेंद्र ठाकुर का अहम योगदान: रेणुका की खेल प्रतिभा को पहचानने में उनके तायाजी भूपेंद्र ठाकुर का भी योगदान है. वे अध्यापन करते हैं और खेलों की दुनिया से जुड़े हैं. एक बार वे गांव में आए तो रेणुका को लड़कों को साथ खेलते देखा. वे दूर के रिश्ते में रेणुका के ताऊ लगते थे और उस समय रेणुका को पहचानते नहीं थे. जब उन्होंने रेणुका से पूछा कि किसकी बेटी हो तो उसने पिता का नाम बताया. केहर सिंह का नाम सुनते ही वे चौंके और बोले, अरे वो तो मेरे दूर के रिश्ते में छोटे भाई थे. फिर उन्होंने बैट हाथ में लिया और रेणुका को बॉलिंग करने के लिए कहा. रेणुका की गेंद फेंकने की कला से वे प्रभावित हुए. फिर रेणुका धर्मशाला गई और वहां से अमृतसर में कॉलेज की पढ़ाई की. उसके बाद के क्रिकेट के सफर से सभी परिचित हैं.
महिला आईपीएल के लिए रेणुका को 1.50 करोड़ रुपये में खरीदा: आज रेणुका सफलता के शिखर पर हैं और क्रिकेट की दुनिया में इस समय हिमाचल की वूमेन पावर की चर्चा है. पहाड़ की बेटी रेणुका ठाकुर का नाम क्रिकेट प्रेमियों की जुबां पर है. डब्ल्यूपीएल में रेणुका ठाकुर डेढ़ करोड़ की प्राइस हासिल करने में सफल रही है. रेणुका सिंह ठाकुर को महिला आईपीएल के लिए रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की टीम ने 1.50 करोड़ रुपये में खरीदा है. इस खबर के बाद उनके पैतृक गांव पारसा रोहड़ू में खुशी का माहौल है. रेणुका की मां के पास आकर इलाके के लोग बधाइयां दे रहे हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सहित प्रदेश कांग्रेस व भाजपा के कई नेताओं ने रेणुका को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं. गर्व भरे शब्दों में मां सुनीता ठाकुर कहती हैं-बेटी ने हम सबका सिर ऊंचा कर दिया.
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