शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा सदन के अंदर उपाध्यक्ष हंसराज और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बीच हुई नोकझोंक के बाद एक-दूसरे पर आरोपों का दौर भी जारी है. विधानसभा उपाध्यक्ष ने जहां विक्रमादित्य सिंह पर धमकी देने के आरोप लगाए थे. वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने हंसराज पर अभद्र भाषा का प्रयोग के आरोप लगाए थे.
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डिप्टी स्पीकर ने इस्तेमाल की अभद्र भाषाः विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विपक्ष केवल सदन में अपना विरोध दर्ज कर रहे थे और डिप्टी स्पीकर अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है कि हंसराज गुंडागर्दी पर उतर आए हैं. इससे पहले भी कई बार वह इस तरह का व्यवहार कर चुके हैं, लेकिन इस तरह का व्यवहार वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में करें. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वहां के लोग इसे सहन करते होंगे, लेकिन यह सदन है और यहां इस तरह की बातें नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि वह धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.
वंशवाद पर पहले अनुराग ठाकुर से पूछे सवाल
विक्रमादित्य सिंह ने हंसराज द्वारा कॉन्वेंट स्कूल और बोर्डिंग स्कूल की बात पर कहा कि वे पहले इसका अंतर समझ लें. इसके बाद आकर बात करें. उपाध्यक्ष हंसराज के वंशवाद के वार पर विक्रमादित्य सिंह ने उन्हें पहले अनुराग ठाकुर से सवाल करने की नसीहत दी है. उपाध्यक्ष हंसराज को जान के खतरे पर उन्होंने कहा कि डिप्टी स्पीकर अपनी जान को खतरा बता रहे हैं और वह खुद विधानसभा के अंदर सिक्योरिटी गार्ड लेकर घूम रहे हैं, उन्हें क्या जान का खतरा होगा.
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