शिमला: राजधानी शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में नर्सों के 8 पद खाली पड़े हैं. नर्सों की कमी के कारण मरीजों को भी कई बार परेशानी झेलनी पड़ती हैं.
इस अस्पताल में हर बीमारी के लिये अलग-अलग बने वार्ड हैं. ऐसे में नर्सों को भी एक साथ इतने वार्डों में भर्ती मरीजों की देखभाल से नर्सों को भी परेशानी होती है. साथ ही नर्सों की कमी का खामियाजा मरीजों को भी भुगतना पड़ रहा है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉ. जितेंद्र चौहान ने बताया कि पहले यह अस्पताल 150 बेड का था, लेकिन अब इस अस्पताल में 300 बेड है. उन्होंने कहा कि यहां स्टाफ नर्स के कुल 32 पद स्वीकृत हैं, जिनमें वर्तमान में 26 नर्सें हैं और 8 पद अभी भी खाली पड़े हैं. इस अस्पताल मे नर्सों की ड्यूटी 3 शिफ्टों में लगाई जाती है. इसके अलावा हर विभाग में डॉक्टर तैनात हैं.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में लगातार बढ़ते जा रहे हैं हेपेटाइटिस बी के मरीज, ये जिले हैं नंबर वन