शिमला/ठियोग: कोरोना वासरस के चलते भले ही हिमाचल की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा हो, लेकिन अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए किसान-बागवान दिन रात मेहनत कर रहे हैं. कोरोना के बावजूद भी इस साल की देवभूमि की शान 'सेब' की खेप प्रदेश की मंडियों में पहुंचने लगी है.
सेब ने शिमला की मंडियों में भी दस्तक देनी शुरू कर दी है. प्रदेश के निचले इलाकों में अर्ली वैरायटी का सेब लगभग तैयार हो गया है और स्टोन फ्रूट के खत्म होते ही सेब बागवानों के चहरे पर भी रौनक आ गई है. शिमला सहित ऊपरी शिमला की सबसे बड़ी ठियोग मंडी पराला में टाइडमैन सेब की खेप अब रोजाना आ रही है.
पराला मंडी में आया सेब गुरुवार को लगभग 800 से 1800 तक के भाव बिका है. वहीं, अगर इस साल सेब के उत्पादन की बात की जाए तो इस साल सेब पिछली साल की तुलना में कम है. सेब सीजन के लिए सब्जी मंडी और जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
जुलाई की 10-15 तारीख तक सेब सीजन पूरी तरह से शुरू हो जाएगा. बताया जा रहा है कि टाइडमैन किस्म की यह सेब की अर्ली वेरायटी है और ये पहाड़ी क्षेत्रों के निचले इलाकों में होती है. सेब में मंडी की दस्तक के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि धीरे-धीरे अन्य अर्ली किस्मों के सेब की आवक भी मंडी में शुरू हो जाएगी.
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