शिमला: विश्वधरोहर कालका-शिमला ट्रैक के रोमांचकारी सफर को इस ट्रैक पर चल रही भारतीय रेलवे की नैरोगेज विस्टाडोम ट्रैन ने ओर भी रोमांच से भर दिया है. इस ट्रैन को पर्यटक काफी पसंद कर रहे है. क्या खास बात है इस विस्टाडोम ट्रेन की? क्या है इसमें दी जा रही सुविधाएं? कैसा है इसका सफर यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम विस्टाडोम ट्रेन के सफर पर निकली और इस ट्रेन में क्या ख़ास है, यात्रियों की इस ट्रेन के सफर को लेकर क्या राय है इसके बारे में जाना.
इस ट्रेन की खास बात यह है कि 7 कोच वाली इस ट्रेन में सभी कोच विस्टाडोम कोच है. यह भारतीय रेलवे की पहली नैरोगेज ट्रेन है जो विस्टाडोम कोच के साथ चलाई जा रही है. 25 दिसंबर 2019 अलगे साल 24 दिसंबर तक यानी एक साल तक विस्टाडोम कोच के साथ ही यह हिम दर्शन ट्रेन कालका शिमला ट्रैक पर चलाई जा रही है.
हॉलीडे स्पेशल के रूप ने यह टॉय ट्रेन ट्रैक पर रेलवे की ओर से चलाई गई है. ट्रैन में 6 कोच जहां फर्स्टक्लास एसी विस्टाडोम कोच है जिसमें पर्यटक सफर करने पर ट्रैक के प्राकृतिक और मनोरम दृश्यों का भी लुत्फ उठा रहे हैं. इसे इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि इसकी छत भी पारदर्शी कांच की बनाई गई हैं. बड़ी-बड़ी खिड़कियां इन विस्टाडोम कोच में लगाई गई है.
क्लास टॉप रूफ ओर यूपीएससी विंडो वाले हैं. इसके साथ ही इन कोच में एलईडी के साथ ही चार्जिंग के मॉड्यूलर स्विच भी उपलब्ध है. वहीं, टॉइलट भी मॉडर्न तरीके से बनाए गए हैं. शौचालय ने वॉशवेसिन, स्टील का डस्टबिन के साथ ही वेस्टर्न कमोड भी लगाए गए हैं. तापमान को बनाए रखने के लिए यहां हर एक कोच में एसी का भी प्रावधान है. हर एक कोच में घूमने वाली कुशन सीट्स लगाई गई हैं.
हर एक विस्टाडोम कोच में 15 यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं. पर्यटक इस नई ट्रेन ने सफर कर सकें इसके लिए इसकी बुकिंग ऑनलाइन ओर ऑफलाइन दोनों माध्यम से रखी गई है. एक तरफ की यात्रा के लिए इसका किराया 630 रुपये तय किया गया है.
इस ट्रेन की यह सुविधाएं ही है जो आज भी पर्यटक इस रोमांचकारी सफ़र को करने में रुचि दिखा रहे हैं. पर्यटक इस ट्रेन में बुकिंग करवा रहे हैं और विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर सफर के दौरान प्राकृतिक खूबसूरती का भी लुत्फ़ उठा रहे हैं.
96 किलोमीटर के सफर में पर्यटकों ने विस्टाडोम ट्रेन का एक ही स्टॉपेज रखा गया है जो बड़ोग में है. इसके अलावा ट्रेन कहीं नहीं रुकती है. इस नई हिमदर्शन ट्रेन में पर्यटकों ने ट्रैक की प्राकृतिक खूबसूरती का भी आनंद पर्यटक ले रहे हैं. हिमदर्शन ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि उन्हें इस ट्रेन में सफर कर बहुत आनंद आ रहा है.
उन्होंने उम्मीद नहीं की थी कालका-शिमला ट्रैक का सफर इतना मज़ेदार होगा. उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के कोच बेहद खास है जो कांच के बने है और इसमें से प्राकृतिक नजारों को देखने का पर्यटकों को बेहद आनंद आया है. सभी यात्रियों ने इस ट्रेन के पारदर्शी कोच, इसके इंटीरियर ओर वाशरूम की व्यवस्था के साथ ही कुशन और घूमने वाले चेयर्स काफी पसंद आई.
यात्री इस ट्रेन में 103 सुरंगों का सफर कर घुमावदार मोड पर से गुज़रते हुए प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ़ उठाना पसंद कर रहे हैं. बड़ी बात यह है इस ट्रेन के सफर से पर्यटक संतुष्ट हैं. शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक प्रिंस सेठी ने कहा कि पर्यटकों का बेहद अच्छा रिस्पॉन्स हिमदर्शन एक्सप्रेस टॉयट्रेन को लेकर मिल रहा है. इस ट्रेन के लिए बुकिंग मिल रही है.
इस ट्रेन की खास बात यह है कि 7 कोच वाली इस ट्रेन में सभी कोच विस्टाडोम कोच है. यह भारतीय रेलवे की पहली नैरोगेज ट्रेन होगी जो विस्टाडोम कोच के साथ चलाई जा रही है. 25 दिसंबर 2019 अलगे साल 24 दिसंबर तक यानी एक साल तक विस्टाडोम कोच के साथ ही यह हिम दर्शन ट्रेन चलाई जाएगी.
यह है हिम दर्शन टॉय ट्रेन की टाइमिंग
यह ट्रेन कालका स्टेशन से शिमला के लिए सुबह 7 बजे चलाई जा रही जी ओर 12:55 मिनट पर शिमला रेलवे स्टेशन पहुंच रही है. शिमला से दोपहर 3:50 पर कालका के लिए इस ट्रैन को रवाना किया जा रहा है और 9 बजकर 15 मिनट पर यह ट्रेन कालका पहुंच रही है.