शिमलाः इस समय में जहां कोरोना की वजह से प्रदेश में स्थिति गंभीर बनी हुई है और सभी लोग इस वायरस से डरे हुए है. इसी वजह से लॉक डाउन ओर कर्फ्यू के चलते शिमला में रक्तदान शिविर आयोजित नहीं हो रहे हैं और अस्पतालों में रक्त की भारी कमी है. जिसकी वजह से दूसरे मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं.
ब्लड बैंक में भी रक्त ना होने से मरीजों के ऑपरेशन रुके पड़े हैं. इसी कमी को पूरा करने के लिए कोरोना के डर को पीछे छोड़कर अस्पतालों में मरीजों की जिंदगियों को बचाने के लिए राजधानी शिमला में पहला रक्तदान शिविर आयोजित किया गया.
उमंग फाउंडेशन की पहल के बाद सोमवार को सुनील उपाध्याय ट्रस्ट ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया. शिमला लांग वुड के पास अग्रवाल धर्मशाला में सुनील उपाध्याय ट्रस्ट की ओर से इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है. शिविर की शुरुआत से ही काफी युवा यहां रक्तदान करने के लिए पहुंच रहे है.
वहीं, कोरोना वायरस से बचाव को लेकर भी सभी तरह की इतिहायत यहां शिविर में बरती जा रही है.सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन किया जा रहा हैं और जहां शिविर लगाया गया है उसे भी पूरी तरह से सेनिटाइज किया गया है, जिससे कि कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ना हो.
वहीं, मास्क और ग्लब्ज पहनकर ही सारा कार्य किया जा रहा हैं. रक्तदाता रक्तदान करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे है उनकी ट्रैवल हिस्ट्री जानने के साथ उनके स्वास्थ्य से संबंधित जांच भी की जा रही हैं.
सुनील उपाध्याय ट्रस्ट के सदस्य प्रो. नितिन व्यास ने कहा कि कोरोना की वजह से शहर में रक्तदान शिविर आयोजित नहीं हो पा रहे हैं और ना ही लोग अस्पतालों में रक्तदान करने के लिए जा रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों में रक्त की भारी कमी है. जिसके चलते दिक्कतें मरीजों को आ रही हैं.
इसी को देखते हुए पहले कुछ एक संस्थाओं ने रक्तदान शिविर कोरोना के इस डर बीच में आयोजित किए थे और इसी तरह समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सुनील उपाध्याय ट्रस्ट की ओर से भी रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है.
उन्होंने कहा कि शुरुआत में ही काफी संख्या में लोग रक्तदान करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं जिससे उम्मीद है कि 40 यूनिट के करीब रक्तदान शिविर में एकत्र किया जा सकेगा. जिसे आईजीएमसी के ब्लड बैंक को डोनेट किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि कोरोना कि इस संकट के समय में लोगों के अंदर से डर निकाल कर उन्हें बाहर लाना जरूरी हैं जिससे की वह रक्तदान कर उन लोगों की जिंदगियों को बचा सकें जो अस्पतालों में रक्त की कमी के चलते परेशानी झेल रही हैं.
बता दें कि इससे पहले उमंग फाउंडेशन की ओर से कोरोना की वजह से रक्तदान शिविर ना आयोजित होने से अस्पतालों में रक्त की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री से इस समय में रक्तदान शिविरों को आयोजित करने को लेकर मंजूरी देने के साथ ही एडवाइजरी जारी करने को कहा था.
सरकार की और से मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की और उसके बाद उमंग ने सुन्नी ओर मशोबरा में दो रक्तदान शिविर आयोजित किए जिसके बाद सोमवार को सुनील उपाध्याय ट्रस्ट ने भी रक्तदान आयोजित किया है.