शिमला: युवाओं को जागरूक करने के लिए कौशल विकास निगम हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर ट्रेनिंग देगा. इससे युवा प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ-साथ स्वरोजगार से बेहतर जीवनयापन कर सकेगा. यह बात कौशल विकास निगम के प्रदेश संयोजक नवीन शर्मा ने कही.
नवीन शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की स्थापना सितम्बर 2015 में हुई. कौशल विकास निगम का काम प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए सक्ष्म बनाना है. उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों से वी वॉक और स्नातक स्तर पर 2800 युवा ट्रेनिंग ले रहे हैं. इसके तहत स्नातक की पढ़ाई पूरी होने के बाद युवाओं को 4 महीने की ट्रेनिंग भी दी जाती है.
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम ने अनेक क्षेत्रों में एमओयू किया है. जिनमें प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण के साथ साथ रोजगार भी मिलगा. उन्होंने कहा कि आज के दौर में समय के साथ तकनीक में भी बदलाव हो रहा है. इसलिए निगम प्रदेश के युवाओं को विश्व स्तर की तकनीक के साथ ट्रेनिंग दे रहा है.इसके लिए उच्च मान्यता प्राप्त संस्थानों से एमओयू किए जा रहे हैं.
कौशल विकास निगम के अंतर्गत अब हिमाचल के वाकनाघाट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुलने जा रहा है. इसके लिए उद्योग विभाग ने खाका तैयार कर लिया है. ये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस 10 बीघा में बनेगा. जिसके लिए 70 करोड़ रुपया आ चुका है. ये सेंटर किस तरह से चलेगा इसको लेकर उद्योग मंत्री के साथ कौशल विकास की टीम सिंगापुर भी जाकर आई है.
सिंगापुर में हुए सेमिनार में इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के गुर सीखे गए. जिसको अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपनाया जाएगा. नवीन शर्मा ने बताया कि इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में कौशल विकास के तहत अभियर्थियों को कई तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस सेन्टर में आईटी सेन्टर, फूड पार्क व हॉस्पिटैलिटी सहित आधुनिक बेकरी व वेलनेस सेन्टर स्थापित होगा. जिसमें युवा प्रशिक्षण लेकर रोजगार हासिल कर सकेंगे.
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