शिमला: राजधानी शिमला में नाबालिगों के लापता होने का मामला अभी थमा नहीं है. जिले में आए दिन नाबालिग बच्चे लापता हो रहे हैं. वहीं, शिमला पुलिस इन मामलों को लेकर अब एक्शन मोड में आ गई है और बच्चों की तलाशने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है. जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने मिसिंग बच्चों को ढूंढने में बड़ी सफलता हासिल की है.
48 घंटे में ढूंढे 16 नाबालिग: शिमला पुलिस ने बीते 48 घंटों की कार्रवाई में 16 नाबालिग बच्चों को ढूंढ निकाला है. साल 2023 में 1 जनवरी से लेकर 20 मई तक 17 बच्चे मिसिंग हुए थे. जिनमें से 13 नाबालिग लड़कियां और चार नाबालिग लड़के शामिल हैं. पुलिस ने इनमें से 16 को ढूंढ निकाला है. एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया है कि पुलिस ने बच्चों को ढूंढने के मामले में प्राथमिकता दिखाई है और तत्परता के साथ गहन जांच की, जिसमें कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन खंगाली गई. जिसके आधार पर पुलिस ने 16 बच्चों को ढूंढ निकाला है.
2023 में अभी तक 153 लोग हुए लापता: पुलिस के आंकड़ों के अनुसार इस साल जनवरी से लेकर 20 मई तक शिमला जिले के 153 लोग लापता हुए हैं, जिसमें से पुलिस ने 132 लोगों का पता लगा लिया है. एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि पुलिस लापता लोगों को ढूंढने का काम तत्परता के साथ कर रही है, जिससे कि लोगों को जल्द से जल्द ढूंढ निकाला जाए और परिवार जनों को राहत मिल सके.
पुलिस की लोगों से अपील: गौरतलब है कि शिमला से नाबालिगों के लापता होने का सिलसिला चलता आ रहा है. बीते साल पुलिस ने नाबालिगों को बाहरी राज्यों से रेस्क्यू किया था. जिसमें से बंगाल और हरियाणा से भी दो नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू किया गया था. वहीं, एक छोटे बच्चे का रेस्क्यू चंडीगढ़ से किया था. पुलिस ने आग्रह किया है कि परिजन अपने बच्चों का खास ख्याल रखें. अगर कोई उन्हें रास्ते में रोकता है या जबरन करता है तो मामले की सूचना पुलिस को दें, ताकि पुलिस मामले में कार्रवाई कर सके और दोषियों को गिरफ्तार कर सके.
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